
नई दिल्ली , (आरएनएस)। कथित शराब घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने आज पेशी के लिए बुलाया था। सीएम केजरीवाल ने आज भी पेशी पर जाने से इनकार कर दिया है। श्वष्ठ ने उनको आठवां समन जारी किया था। इससे पहले केंद्रीय एजेंसी उन्हें सात नोटिस जारी कर चुकी हैं, लेकिन वो किसी ना किसी वजह से उसके सामने पेश नहीं हुए। साथ ही साथ आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार पर आरोप लगाती आई है कि लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश रची जा रही है।
सीएम केजरीवाल ने ईडी के आठवें समन का जवाब देते हुए कहा कि श्वष्ठ का समन गैरकानूनी है, लेकिन फिर भी वह जवाब देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने 12 मार्च के बाद की कोई तारीख मांगी है। साथ ही साथ कहा है कि वह एजेंसी के सवालों का जवाब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देंगे।
इससे पहले सीएम केजरीवाल ने श्वष्ठ के समन को गैर जरूरी बताते हुए कहा था कि अगर कोर्ट इस संबंध में आदेश देगी, तभी वो श्वष्ठ के सामने पेश होंगे। केजरीवाल के पेश नहीं होने को लेकर ईडी ने कोर्ट का भी रुख किया है और कोर्ट ने मुख्यमंत्री को 16 मार्च को अपनी कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया है। केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा के चल रहे बजट सत्र में अपनी व्यस्तता के कारण व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने में असमर्थता जाहिर करते हुए कोर्ट की कार्यवाही में भाग नहीं लिया था।
ईडी ने आरोप लगाया है कि ्र्रक्क के नेताओं ने 2021-22 की एक्साइज पॉलिसी से संबंधित कुल 100 रुपए करोड़ की रिश्वत ली, जिसे नवंबर 2021 में लागू किया गया था। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की सिफारिश के बाद पॉलिसी को रद्द कर दिया गया था और कथित अनियमितताओं की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जांच शुरू की थी। अपने छह आरोप पत्रों में से एक में ईडी ने दावा किया कि शराब नीती की कल्पना अरविंद केजरीवाल ने की थी, हालांकि मामले में उन पर औपचारिक रूप से आरोप नहीं लगाया गया है।
(नई दिल्ली)पीएम मोदी की मंत्रियों को नसीहत …जो बोलें सोच समझकर बोलें, डीपफेक से बचें
नई दिल्ली ,04 मार्च (आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक हुई। बैठक में विकसित भारत: 2047 के विजन पर चर्चा की गई। साथ ही अगले पांच सालों के कामों पर मंथन किया गया। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की आखिरी बैठक थी। सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों को कहा कि बोलने में परहेज करें और सोच-समझकर बोलें। पीएम ने डीपफेक से बचने यानि आवाज बदलकर आदि से जो कोशिश की जाती है, उससे सतर्क रहने की बात कही। पीएम ने लगभग एक घंटे तक बात की। पीएम ने कहा कि बोलना है तो योजनाओं पर बोले, विवादित बयानों से बचें। पीएम ने मंत्रियों को ये भी कहा कि चुनाव है, किससे मिल रहे हैं, देखकर मिलें यानि मिलने-जुलने में सोच समझकर मिलें। उऩ्होंने शरद पवार और प्रमोद महाजन का एक उदाहरण भी दिया। सूत्रों के मुताबिक एक दिवसीय बैठक के दौरान मई में नई सरकार के गठन के बाद उठाए जाने वाले तत्काल कदमों के लिए 100 दिन के एजेंडे पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का रोडमैप दो साल से अधिक की गहन तैयारी का परिणाम है और इसे सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग निकायों, नागरिक समाज, वैज्ञानिक के साथ परामर्श करके तैयार किया गया है।
(चंडीगढ़)बजट सत्र के दूसरे दिन पंजाब विधानसभा में जबरदस्त हंगामा, स्पीकर ने की कार्यवाही स्थगित; सीएम मान और बाजवा के बीच हुई कहासुनी
चंडीगढ़ ,04 मार्च (आरएनएस)। पंजाब सरकार के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित के अभिभाषण पर बहस होनी है। जैसे ही सीएम भगवंत मान बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने स्पीकर कुलतार संधवा को ताला-चाबी का लिफाफा गिफ्ट कर दिया।
सीएम मान ने कहा कि मैं सच बोलूंगा तो विपक्ष भाग जाएगा। इसी बात को लेकर विपक्षी दल नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कड़ा विरोध जताया। सदन में इस बात पर जमकर हंगामा शुरू हो गया। सीएम और बाजवा में जमकर कहासुनी हुई। करीब आधे घंटे तक इन दोनों के बीच बहस होती रही। उसके बाद स्पीकर ने 15 मिनट के लिए सदन स्थगित कर दिया।
बता दें इससे पहले 1 मार्च को सत्र के पहले दिन कांग्रेसी विधायकों ने गवर्नर को बजट भाषण नहीं पढऩे दिया। इस वजह से गवर्नर ने भाषण की पहली और आखिरी लाइन पढ़कर खत्म कर दिया था। कांग्रेस ने किसान आंदोलन को लेकर पहले दिन जमकर हंगामा किया था। जिस वजह से महज 13 मिनट में ही विधानसभा की कार्रवाई खत्म कर दी गई।