
- अवैध खनन पर सख्ती, त्वरित कार्रवाई के निर्देश
(रिपोर्ट: अनूप कुमार गुप्ता)
गढ़वा। जिले में अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण की रोकथाम को लेकर समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त शेखर जमुआर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक 24 मार्च को आयोजित की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पाण्डेय, अपर समाहर्ता राज महेश्वरम, अनुमंडल पदाधिकारी (गढ़वा) संजय कुमार, डीएसपी यशोधरा, एसडीपीओ नीरज कुमार, जिला खनन पदाधिकारी राजेंद्र उरांव समेत विभिन्न वरीय पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों ने भाग लिया।
वहीं, वर्चुअल माध्यम से अनुमंडल पदाधिकारी रंका रूद्र प्रताप, जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं थाना प्रभारी भी बैठक में शामिल हुए। बैठक में जिले में अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण की रोकथाम को लेकर विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की गई और कई सख्त निर्देश दिए गए।
अवैध खनन पर त्वरित कार्रवाई का निर्देश
बैठक में उपायुक्त शेखर जमुआर ने सभी अधिकारियों को अवैध खनन की शिकायतों पर त्वरित जांच कर संबंधित लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में किसी भी सूरत में अवैध खनन, भंडारण या परिवहन नहीं होना चाहिए। सभी संबंधित पदाधिकारियों को अपनी भूमिका सक्रिय रूप से निभाने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने थाना प्रभारियों एवं अंचल अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतते हुए अवैध खनन की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा। उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी क्षेत्र में अवैध खनन की गतिविधि पाई जाती है तो संबंधित पदाधिकारी एवं थाना प्रभारी को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
रात्रि गश्ती और चेकपोस्ट की व्यवस्था
उपायुक्त ने कहा कि अवैध खनन और परिवहन को रोकने के लिए सभी थाना क्षेत्रों में विशेष गश्ती दल गठित किए जाएं और मुख्य मार्गों पर चेकपोस्ट की व्यवस्था की जाए। रात के समय अवैध रूप से बालू ढुलाई पर सख्त निगरानी रखने और बिना वैध दस्तावेजों के बालू परिवहन करने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रात्रि में बालू ढुलाई के लिए किसी भी प्रकार का चालान निर्गत नहीं किया जाए, जिससे अवैध परिवहन को प्रभावी रूप से रोका जा सके।
पुलिस अधीक्षक ने दिए निगरानी बढ़ाने के निर्देश
बैठक में पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पाण्डेय ने सभी थाना प्रभारियों को अंचल अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर बालू घाटों की निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अवैध खनन, भंडारण एवं परिवहन को रोकने के लिए पुलिस को सख्ती से कार्रवाई करनी होगी।
साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि वैध रूप से बालू का परिवहन करने वाले ट्रकों को अनावश्यक रूप से न रोका जाए। सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिया गया कि वे बालू परिवहन से संबंधित वैध दस्तावेजों की जांच करें और बिना किसी उचित कारण के वैध परिवहन में बाधा न डालें।
बालू की ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया की जानकारी
बैठक के दौरान जिला खनन पदाधिकारी राजेंद्र उरांव ने जिले के नोर्थ कोयल बालू घाट-08, मौजा – बकोईया, अंचल मझिआंव से संबंधित आम सूचना एवं बालू की ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बालू की ऑनलाइन बुकिंग के लिए झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (JSMDC) के पोर्टल पर पंजीकरण आवश्यक होगा।
ऑनलाइन बुकिंग की प्रक्रिया:
- पंजीकरण: आवेदक को JSMDC पोर्टल पर आईडी बनानी होगी।
- विवरण भरना: पंजीकरण के बाद आवेदक को अपने वाहन का नंबर, बालू की मात्रा और अन्य आवश्यक विवरण भरने होंगे।
- भुगतान: निर्धारित राशि का ऑनलाइन भुगतान करने के बाद एक टोकन जेनरेट होगा, जिसकी वैधता 45 दिनों की होगी।
- बालू प्राप्ति: टोकन के आधार पर आवेदक बालू स्टॉक यार्ड से बालू प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा, बालू से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 7480014033 एवं 7050189348 पर संपर्क किया जा सकता है।
संबंधित अधिकारियों को सख्ती से पालन करने के निर्देश
बैठक के दौरान उपायुक्त ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि किसी भी सूरत में जिले में अवैध खनन, भंडारण या परिवहन नहीं होना चाहिए। संबंधित थाना प्रभारियों एवं क्षेत्रीय पदाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि अवैध खनन की गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
उन्होंने सभी अधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने और अवैध खनन में संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि यदि उन्हें किसी प्रकार की अवैध खनन गतिविधि की जानकारी मिलती है तो वे तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
बैठक के दौरान अवैध खनन, भंडारण एवं परिवहन की रोकथाम को लेकर व्यापक चर्चा हुई और अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए। उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और खनन विभाग के अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया कि जिले में अवैध खनन की किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस अवसर पर निदेशक डीआरडीबी रवीश राज सिंह, ग्रामीण विकास विभाग, मनरेगा गढ़वा के विभिन्न पदाधिकारी एवं कर्मी भी उपस्थित थे।