
घाघरा, गुमला: घाघरा प्रखंड के कडासिली गांव में महज मुर्गा चोरी के संदेह में विश्राम लोहरा की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि चार नाबालिगों की संलिप्तता भी पाई गई है। यह जानकारी पुलिस निरीक्षक प्रमोद कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी।
हत्या का कारण और पूरी घटना
पुलिस के अनुसार, मृतक विश्राम उरांव कुरुमगढ़ का रहने वाला था और दो साल पहले कडासिली आया था। उस समय उस पर गांव के ही प्रदीप उरांव के घर से मोबाइल चोरी करने का आरोप लगा था। 12 फरवरी 2025 को वह कडासिली दोबारा मेहमान के रूप में आया और संयोगवश प्रदीप उरांव से मिला।
घटना के दिन प्रदीप के पास दो मुर्गे थे, और उसे संदेह हुआ कि विश्राम इन्हें चुराने की कोशिश कर रहा है। इसी आरोप में प्रदीप ने गांव के अन्य लोगों के साथ मिलकर विश्राम को पकड़ लिया और उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। मारपीट के बाद वे उसे सतबरवा नाला के पास ले गए, जहां प्रदीप उरांव ने अपनी बेल्ट से गला दबाकर विश्राम की हत्या कर दी।
आरोपियों की गिरफ्तारी
इस हत्याकांड में कुल आठ लोगों की संलिप्तता पाई गई, जिनमें चार नाबालिग शामिल हैं। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चार वयस्क आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार आरोपियों में—
- प्रदीप उरांव (कडासिली निवासी)
- जगतराम खेरवार (कडासिली निवासी)
- शंभू खड़िया (तुसगांव निवासी)
- महेंद्र खड़िया (तुसगांव निवासी)
पुलिस की कार्रवाई जारी
पुलिस बाकी नाबालिग आरोपियों पर भी कानून सम्मत कार्रवाई कर रही है। पुलिस निरीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि यह घटना न केवल नृशंस है, बल्कि समाज में कानून के प्रति बढ़ती उपेक्षा को भी दर्शाती है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि किसी भी विवाद में कानून को अपने हाथ में न लें और किसी भी संदेहास्पद घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
इस निर्मम हत्या ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है, और ग्रामीणों में भय का माहौल है। पुलिस अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है ताकि दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके।