
किसानों के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर विभिन्न योजनाएं शुरू की जाती हैं, जिनका उद्देश्य उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और कृषि कार्यों में सहूलियत प्रदान करना है। बजट 2025 में भी किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं। यदि आप या आपके आसपास के किसान इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आइए विस्तार से जानते हैं कि इनका लाभ कैसे प्राप्त किया जा सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की सीमा में वृद्धि
बजट 2025 में किसान क्रेडिट कार्ड की ऋण सीमा को 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है। इसका उद्देश्य किसानों को कम ब्याज दर पर अधिक ऋण उपलब्ध कराना है, जिससे वे अपनी कृषि आवश्यकताओं को बेहतर तरीके से पूरा कर सकें। citeturn0search1
KCC के लाभ
- आसान ऋण प्राप्ति: किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसान आसानी से ऋण प्राप्त कर सकते हैं, जिससे वे बीज, खाद, कीटनाशक आदि की खरीद कर सकते हैं।
- कम ब्याज दर: समय पर ऋण चुकाने पर किसानों को ब्याज दर में छूट मिलती है, जिससे उन्हें केवल 4% ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होता है।
- लचीली भुगतान व्यवस्था: किसान अपनी फसल की बिक्री के अनुसार ऋण का भुगतान कर सकते हैं, जिससे उन्हें वित्तीय प्रबंधन में सहूलियत होती है।
KCC के लिए आवेदन कैसे करें?
- ऑनलाइन आवेदन:
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) पोर्टल पर जाएं।
- किसान क्रेडिट कार्ड के विकल्प पर क्लिक करें।
- आवश्यक जानकारी भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करने के बाद बैंक से संपर्क करें।
- ऑफलाइन आवेदन:
- निकटतम बैंक शाखा में जाएं।
- KCC फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें।
- बैंक अधिकारी द्वारा दस्तावेज़ों की जांच के बाद ऋण स्वीकृत किया जाएगा।
आवश्यक दस्तावेज़
- पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस।
- निवास प्रमाण: राशन कार्ड, बिजली बिल या पानी बिल।
- भूमि स्वामित्व प्रमाण: खसरा-खतौनी, जमाबंदी, पट्टा दस्तावेज़।
- किरायेदारी दस्तावेज़: यदि किसान किरायेदार है, तो मान्य किरायेदारी दस्तावेज़।
- कोलैट्रल: यदि किसान बड़ा ऋण ले रहा है, तो संपत्ति या अन्य गारंटी।
अन्य योजनाएं
बजट 2025 में किसानों के लिए अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की भी घोषणा की गई है:
- प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना: इस योजना का उद्देश्य कम उत्पादकता वाले 100 कृषि-जिलों में कृषि उत्पादकता बढ़ाना, फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करना और कटाई के बाद के बुनियादी ढांचे में सुधार करना है। citeturn0search8
- ग्रामीण समृद्धि और मजबूती कार्यक्रम: इस कार्यक्रम का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना है, विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं, युवा किसानों, सीमांत और छोटे किसानों और भूमिहीन परिवारों पर ध्यान केंद्रित करना है। citeturn0search8
- मिशन अरहर, उड़द और मसूर उत्पादन: इस पहल के तहत, सहकारी संस्थाएं नेफेड और एनसीसीएफ पंजीकृत किसानों से चार साल तक दालों की खरीद करेंगी, जिससे दालों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। citeturn0search8
- मखाना बोर्ड की स्थापना: बिहार के मखाना क्षेत्र के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन में सुधार के लिए एक समर्पित मखाना बोर्ड की स्थापना की जाएगी, जो किसानों को एफपीओ में संगठित करेगा और सरकारी योजनाओं के लाभ तक पहुंच सुनिश्चित करेगा। citeturn0search8
योजनाओं का लाभ कैसे उठाएं?
- जानकारी प्राप्त करें: सरकारी वेबसाइटों, कृषि विभाग के कार्यालयों, और स्थानीय कृषि विस्तार अधिकारियों से संपर्क करके योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
- आवेदन प्रक्रिया समझें: प्रत्येक योजना की आवेदन प्रक्रिया अलग हो सकती है। आवश्यक दस्तावेज़ों की सूची और आवेदन की समय सीमा के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
- समय पर आवेदन करें: सभी आवश्यक दस्तावेज़ों को तैयार रखें और निर्धारित समय सीमा के भीतर आवेदन जमा करें।
- नियमित संपर्क में रहें: आवेदन की स्थिति के बारे में जानकारी के लिए संबंधित अधिकारियों या बैंक से नियमित संपर्क में रहें।
सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और कृषि कार्यों में आने वाली चुनौतियों को कम करना है। इनका लाभ उठाकर किसान अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा सकते हैं और अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।