
प्रयागराज | माघी पूर्णिमा के पुण्य अवसर पर संगम तट पर श्रद्धालुओं का विशाल सैलाब उमड़ पड़ा है। घंटा-घड़ियाल और शंखनाद के बीच श्रद्धालु पुण्य लाभ के लिए पवित्र गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। माघ पूर्णिमा के अवसर पर प्रशासन द्वारा विशेष तैयारियां की गई हैं, जिसमें हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा, सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था और घाटों पर सफाई अभियान शामिल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस आयोजन की निगरानी कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं का रेला, गूंजे धार्मिक जयकारे
माघ पूर्णिमा के दिन देशभर से आए श्रद्धालुओं ने संगम तट पर डेरा डाल रखा है। सुबह ब्रह्म मुहूर्त से ही स्नान का सिलसिला शुरू हो गया था, जो देर रात तक जारी रहने की संभावना है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष माघी पूर्णिमा के महास्नान में करीब 2.5 करोड़ श्रद्धालुओं के भाग लेने की उम्मीद है। पूरा संगम क्षेत्र “हर-हर गंगे”, “जय श्री राम” और “हरिओम तत्सत” के उद्घोष से गूंज रहा है।
हेलीकॉप्टर से हुई पुष्पवर्षा, CM रख रहे नजर
सरकार ने श्रद्धालुओं के स्वागत और आयोजन को भव्य बनाने के लिए विशेष व्यवस्था की है। हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की जा रही है, जिससे संगम तट पर भक्तिभाव और उल्लास का माहौल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस धार्मिक आयोजन की व्यवस्थाओं की समीक्षा की और श्रद्धालुओं की सुविधाओं का जायजा लिया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न होने पाए और श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।
कड़ी सुरक्षा, घाटों पर विशेष इंतजाम
महास्नान को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पूरे क्षेत्र में 20,000 से अधिक पुलिसकर्मी, PAC और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की तैनाती की गई है। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से संगम क्षेत्र पर निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन ने घाटों पर सुरक्षा बैरिकेडिंग, मेडिकल कैंप और लाउडस्पीकर से घोषणाओं की व्यवस्था की है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
महत्व और धार्मिक आस्था
हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन संगम स्नान करने से पापों का नाश और पुण्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन स्नान, दान और व्रत से मोक्ष की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन देवता स्वर्ग लोक से पृथ्वी पर गंगा स्नान के लिए उतरते हैं, जिससे इस स्नान का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
धार्मिक आयोजन और भंडारे
माघ पूर्णिमा के अवसर पर पूरे प्रयागराज में धार्मिक आयोजनों की धूम है। अनेक संत-महात्माओं के प्रवचन, भजन-कीर्तन और यज्ञ किए जा रहे हैं। जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई है, जिसमें खिचड़ी, पूड़ी-सब्जी, हलवा और चाय का वितरण किया जा रहा है। बड़ी संख्या में स्वयंसेवी संगठन और सामाजिक संस्थाएं भी सेवा कार्यों में जुटी हुई हैं।
श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाएं
इस बार प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं:
- निःशुल्क पेयजल एवं प्राथमिक चिकित्सा कैंप
- विशेष ट्रैफिक प्रबंधन जिससे जाम की समस्या न हो
- स्नान घाटों पर सफाई अभियान
- महिला एवं बुजुर्गों के लिए विशेष सहायता केंद्र
रेलवे और बस सेवाओं में बढ़ोतरी
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे और बस सेवाओं में भी विशेष बढ़ोतरी की गई है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने अतिरिक्त बसों का संचालन किया है, जबकि रेलवे ने कई स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। प्रयागराज जंक्शन और अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर हेल्प डेस्क और सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं।
श्रद्धालुओं ने जताई खुशी
संगम पर स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं में उत्साह देखने लायक है। वाराणसी से आई सीता देवी ने कहा, “हम हर साल संगम स्नान के लिए आते हैं, लेकिन इस बार की व्यवस्था पहले से कहीं अधिक अच्छी है। प्रशासन और सरकार ने बेहतरीन इंतजाम किए हैं।” वहीं, राजस्थान के रामलाल जी ने कहा, “हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा देखना अद्भुत अनुभव रहा। पूरे माहौल में भक्ति का संचार हो रहा है।”