
राँची:-आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो गया है। इस सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी, जो सुबह 11 बजे आरंभ होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र से पहले संसद भवन पहुंचकर मीडिया से बातचीत की। इस अवसर पर उन्होंने देशवासियों को संबोधित करते हुए मां लक्ष्मी की स्तुति की और इस बजट को भारत के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “यह हमारी सदियों पुरानी परंपरा है कि हम अपने देश की समृद्धि और सुख-शांति के लिए मां लक्ष्मी की कृपा की कामना करते हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि मां लक्ष्मी हमारे देश के गरीबों और मध्यम वर्ग पर अपनी कृपा बनाए रखें।” उनका कहना था कि यह बजट देश के लिए नयी ऊर्जा और आशा लेकर आएगा और भारतीय जनता को आने वाले दिनों में एक समृद्ध और उज्जवल भविष्य की दिशा में प्रेरित करेगा।
पीएम मोदी ने इस मौके पर भारत के लोकतांत्रिक सफर को भी याद किया। उन्होंने कहा, “यह गर्व की बात है कि भारत ने एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में 75 वर्ष पूरे किए हैं। आज हम वैश्विक स्तर पर एक मजबूत और सम्मानित देश के रूप में स्थापित हो चुके हैं।” प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल के इस पहले पूर्ण बजट को लेकर भी बात की और इसे एक ऐतिहासिक अवसर बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि यह बजट भारत के लिए भविष्य की ओर बढ़ने के एक मजबूत कदम की शुरुआत करेगा। उन्होंने यह विश्वास जताया कि 2047 में, जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 साल पूरे करेगा, तब देश अपने विकास के लक्ष्य को पूरा करेगा और एक विकसित भारत के रूप में उभरकर सामने आएगा। उनका कहना था, “यह बजट हमारे राष्ट्र की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा और भारत को एक आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ाएगा।”
प्रधानमंत्री मोदी का यह भी कहना था कि भारतीय अर्थव्यवस्था के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए इस बजट में गरीबों, युवाओं और व्यापारियों के हितों को प्राथमिकता दी गई है। यह बजट आर्थिक विकास, रोजगार सृजन और समाज के सभी वर्गों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य हर भारतीय को विकास की प्रक्रिया में शामिल करना है और यह बजट उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि इस बजट के माध्यम से देश में निवेश की नई संभावनाओं को जन्म मिलेगा और आर्थिक वृद्धि की गति में भी तेजी आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को अब अपने लक्ष्य को पाने के लिए दुनिया के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अंत में यह भी कहा कि यह बजट देश की एकजुटता, समृद्धि और प्रगति का प्रतीक होगा। उनका विश्वास है कि भारत आने वाले वर्षों में एक शक्तिशाली और समृद्ध राष्ट्र के रूप में उभरेगा।
आज से शुरू होने वाला संसद का बजट सत्र भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जो न केवल देश की विकास यात्रा को गति देगा, बल्कि भारत के वैश्विक कद को भी और मजबूत करेगा।