
मजदूर को भी मजदूरी रेट नहीं मिल रही ठेकेदार के द्वारा मजदूर को पेट में भी लात मारा जा रहा है
जो की घोर अन्याय है
मनिका:-प्रखंड मुख्यालय स्थित दुंदु पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय दुंदु में चार दिवारी का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसमें घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने की सूचना मिलने पर जिला परिषद सदस्य पूनम देवी ने एनआरईपी विभाग के चार दीवारी निर्माण कार्य में संवेदक के द्वारा मनमानी किए जाने पर मनिका पहुंची। ग्रामीणों ने जिला परिषद सदस्य पूनम देवी को बताया कि चार दीवारी निर्माण कार्य में ठेकेदार मनमर्जी से काम कर रहा है। मना करने के बावजूद भी घटिया सामग्री बांग्ला ईट कलम की बुनियादी भी कम है। वही मजदूरों ने कहा कि संवेदक के द्वारा सरकारी दर से मजदूरी भी नहीं दिया जा रहा है। महिला को ₹250 और पुरुष को ₹300 का मजदूरी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी दर के अनुसार सभी मजदूरों को मजदूरी का भुगतान होना चाहिए।वहीं कई ग्रामीणों ने बताया कि साइड पर कभी जेई आते नहीं है। कहीं ना कहीं विभाग का लापरवाही है। पूर्व में भी नामुदाग पंचायत के चेचेंधा गांव तुरी टोला चारदीवारी निर्माण में संवेदक का मनमानी किया गया था।

क्या कहते हैं जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी,
मामला प्रकाश में आने के बाद निरीक्षण के दौरान जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी ने बताई कि ग्रामीणों के शिकायत पर एनआरईपी विभाग के चार दीवारी निर्माण काफी अनियमितता बरती जा रही है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान हो रहे अनियमितता पर जताई नाराजगी उन्होंने कहा कि एक से डेढ़ फीट गहराई कर पिलर खड़ा किया जा रहा है।घटिया ईट के साथ बांग्ला ईट का प्रयोग किया जा रहा है। जो सरासर ग़लत है। संवेदक अपना मनमानी ढंग से काम कर रहा है। जो कालम खड़ा किया गया है उसका भी रड 6 एएम का है। 6 इंच में रिंग को बांधना है जो की 12 इंच में रिंग बांधा गया है। जबकि 6 इंच में रिंग बांधने का प्रावधान है। पतला छड़ से कलम को खड़ा किया गया है चारदीवारी कभी भी गिर जाएगा कभी भी दुर्घटना होने का संभावना है। स्कूली बच्चे व ग्रामीण बच्चे का हमेशा खतरा है।
बच्चों की जिंदगी खतरे में डाला जा रहा है। उन्होंने कहा की संवेदक के द्वारा चार दिवारी में काफी अनियमितता बरती जा रही है इसकी शिकायत हम विभाग से करेंगे। ग्रामीणों की जानकारी पर उन्होंने बताया कि संवेदक निर्माण कार्य में एक दिन विभाग के के जई साइड का निरीक्षण करने नहीं आते हैं।
संवेदक अपने मनमानी ढंग से चार दीवारी निर्माण का कार्य कर रहे हैं। वही विभाग एनआरईपी विभाग के जई के पास टेलीफोन के माध्यम से उनके पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उन्हों ने फोन तक नहीं उठाया।