
बिहार:- पटना में छात्र आयुष के नाले में मिले शव वाले मामले में बड़ा ही खुलासा हुआ है. पुलिस की पूछताछ में स्कूल की प्रिंसिपल वीणा झा ऊर्फ पुतुल झा ने नाले में बच्चे को फेंकने की बात कबूल कर ली है पुलिस को बताया कि स्कूल में खेलते समय आयुष स्लाइडर से गिर गया था. गिरने से वो बेहोश हो गया और उसके सिर में चोट लगी थी. ज्यादा खून बहने के चलते में डरा गई थीं.उसके बाद अपने 21 वर्षीय बेटे धनंजय झा को इसकी जानकारी दी. इसके बाद मां-बेटे ने मिलकर खून के धब्बे साफ किए और फिर आयुष को गटर में फेंक दिया. उन्होंने कहा कि किसी को कुछ भी पता नहीं चलेगा और हम बच जाएंगे.
शुक्रवार रात मिला था छात्र का शव
पुलिस को शुक्रवार को देर रात आयुष का शव गटर से बरामद किया था. इसके बाद उस इलाके में सनसनी फैल गई थी.आयुष की 5 साल की बहन प्रिया भी इसी स्कूल में पढ़ती थी.और वो गटर में फेकते हुए देखी थी।आगे उसने बताया कि ‘धनराज सर आयुष को गटर में रखकर ऊपर से लकड़ी का पटरा रख रहे थे. इसके बाद उसपर प्लास्टिक का बोरा रख दिया और वहां से निकलकर मेन गेट को बंद कर दिया. इस पर धनराज सर ने क्लास की ओर जाने से मना कर दिया. मैंने कहा कि घर जाकर पापा को बताऊंगी तो धनराज सर ने धमकी भी दी थी. उन्होंने कहा कि अगर तुमने किसी को बताया तो देखना की तुम्हारा क्या हाल होता है. इसके कारण मैंने किसी से कुछ नहीं कहा.’
आरोपियों ने कबूल किया अपना जुर्म
सिटी एसपी सेंट्रल चंद्र प्रकार ने बताया कि आयुष को खेलने के दौरान चोट लग गई थी. ज्यादा खून निकल गया था तो स्कूल की प्रिंसिपल और उसका बेटा डर गया. उन्होंने बच्चे को अस्पताल भेजने की जगह गटर में डाल दिया. इससे उसकी मौत हो गई. दोनों ने अपनी जुर्म कबूल कर लिया है. शव मिलने से गुस्साई लोगों ने स्कूल कैंपस में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी. इसके बाद परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया था. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद लोगों को समझाकर वहां से हटाया था. स्कूल प्रशासन से जुड़े तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. आयुष की मौत के मामले में दीघा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें एक मामला हत्या और दूसरा तोड़फोड़ व आगजनी का है.