चंडीगढ़ (Rns) : देश के सबसे खूबसूरत शहर चंडीगढ़ नगर निगम के लिए मेयर, डिप्टी मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर का चुनाव अचानक टल गया है। गुरुवार को सुबह निगम दफ्तर के बाहर जमकर हंगामा देखने को मिला। यहां पर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है। फिलहाल, 11 बजे चुनावी प्रक्रिया शुरू होनी थी, लेकिन वह शुरू नहीं हो पाई साथ ही कांग्रेस के दिग्गज नेता पवन बंसल को भी निगम की बिल्डिंग में एंट्री नहीं दी गई।
जानकारी के अनुसार, चुनाव के लिए तैनात किए गए प्रिजाइडिंग अफसर अनिल मसीह की बीमारी का हवाला देकर चुनावों को टाला गया है। पवन बंसल ने कहा कि वह पूरे मामले को लेकर कोर्ट का रुख करेंगे। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षद मौके पर पहुंच गए थे। लेकिन पुलिस ने किसी को निगम दफ्तर के अंदर जाने नहीं दिया। पवन बंसल ने कहा कि केवल भाजपा के पार्षद ही नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने पूरे मामले में भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया कि पार्टी चुनाव नहीं करवाना चाहती है। इसी बीच खबर है कि कांग्रेस-आप के कुछ समर्थकों को विरोध करने पर गिरफ्तार कर लिया गया है।
मीडिया से बातचीत में आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि अपनी हार को देखते हुए भाजपा चुनाव रद्द करना चाहती है। इंडिया गंठबंधन के पास बहुमत है। यह पहला मुकाबला है। इस चुनावों में साफ तौर पर बहुमत हमारे पास है। आप जानते हैं कि 36 वोट डाले जाएंगे। 20 वोट हमारे पास हैं और भाजपा के पास केवल 14 वोट हैं। भाजपा अपनी हार देख रही है। उन्होंने कहा कि क्या अगर भाजपा चुनाव हार रही है तो क्या चुनाव नहीं होगा। फिलहाल ताजा जानकारी मिलने तक एक आधिकारिक पत्र सामने आया है, जिसमें निगम प्रशासन ने बताया कि प्रिजाईडिंग अफसर अनिल मसीह बीमार हो गए हैं। हालांकि पत्र में चुनाव टालने को लेकर कोई बात नहीं लिखी गई है।
चंडीगढ़ नगर निगम में कुल 35 पार्षद हैं। मेयर चुनाव में इन 35 वोटों के अलावा सांसद का भी वोट भी रहेगा। ऐसे में भाजपा के पास कुल 15 वोट, आम आदमी पार्टी के पास 13, कांग्रेस के 7 और अकाली दल का एक पार्षद है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पास कुल 20 वोट हैं। बहुमत के लिए 18 वोटों की जरूरत रहेगी। फिलहाल, अब दोबारा से चुनाव के लिए नोटिफिकेशन होगी।
AAP से सीट शेयरिंग से पहले प्रताप बाजवा के हिटलर शब्द ने गरमाया सियासी माहौल, अब आगे क्या…
चंडीगढ़ (Rns)-एक तरफ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन की बातें चल रही हैं दूसरी तरफ प्रदेश में खींचतान बढ़ती जा रही है। सीट शेयरिंग को लेकर तनातनी इस कदर बढ़ गई कि कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनके दिल्ली समकक्ष अरविंद केजरीवाल को ‘हिटलर’ तक कह डाला। वहीं, कांग्रेसी विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने आज प्रेस कांफ्रेंस करके मान सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने नशे को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नाभा जेल में 100 से अधिक व्यक्ति बंद हैं और हर किसी पर नशे के कारोबार का केस दर्ज है। उन्होंने कहा कि नशा बिल्कुल भी समाप्त नहीं हुआ है।
खैहरा ने कहा कि मैं सच बोलने से नहीं डरता अगर मुख्यमंत्री ने अच्छा काम किया होता तो मैं जरूर तारीफ करता पर जब से सरकार बनी है तब से कोई अच्छा काम नहीं हुआ। दरअसल आज सीएम भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब में सभी 13 सीटें जीतेगी। भगवंत मान के इस बयान के बाद कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सोशल मीडिया पर केजरीवाल और भगवंत मान के खिलाफ निशाना साधते हुए लिखा, “पहली बात जो मैं उन्हें सलाह देना चाहूंगा कि वो अपने ऑफिस से बाबा साहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटा दें, उनकी जगह जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर की तस्वीरें लगा दें, अगर आप हिटलर की तस्वीर को ध्यान से देखेंगे, तो यह AAP नेताओं से मेल खाती है”। इसी बीच चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर घमासान हुआ है। इस बीच बीजेपी को झटका देते हुए चुनाव कांग्रेस-आप मिलकर लड़ रहे हैं। इस बीच वोटिंग से एक दिन पहले आप सांसद राघव चड्डा और कांग्रेस नेता पवन बंसल के बीच बुधवार को चंडीगढ़ में मुलाकात हुई।