
हरियाणा के करनाल जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक बेटी ने संपत्ति के लालच में अपनी ही मां के साथ बर्बरता की हदें पार कर दीं। मां द्वारा अपनी संपत्ति उसके नाम न करने पर बेटी ने अपने पति के साथ मिलकर न सिर्फ उसे बेरहमी से पीटा बल्कि उसे बंधक भी बना लिया। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी और लोगों को हैरान कर दिया कि लालच किस हद तक इंसान को अमानवीय बना सकता है।
घटना का पूरा विवरण
यह मामला हरियाणा के करनाल जिले के एक गांव का है। यहां रहने वाली 65 वर्षीय महिला के पास पुश्तैनी जमीन और घर था। उसकी बेटी और दामाद लंबे समय से चाहते थे कि वह अपनी पूरी संपत्ति उनके नाम कर दे। जब मां ने इसका विरोध किया और अपनी जायदाद उनके नाम करने से इनकार कर दिया, तो बेटी और दामाद ने मिलकर उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
कैसे हुआ अत्याचार?
सूत्रों के मुताबिक, बेटी ने अपने पति के साथ मिलकर अपनी मां को कमरे में बंद कर दिया और उस पर दबाव बनाने के लिए बेरहमी से पीटा। कई दिनों तक उसे घर में कैद रखा गया, ताकि वह अपनी संपत्ति उनके नाम करने के लिए मजबूर हो जाए। महिला की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो उन्होंने देखा कि वृद्धा गंभीर रूप से घायल थी और डर के मारे कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं थी।
पड़ोसियों की सतर्कता से बची जान
अगर पड़ोसी इस मामले में हस्तक्षेप न करते, तो शायद यह अत्याचार और भी लंबा चलता। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो महिला की हालत बेहद खराब थी। उसके शरीर पर कई जगह चोटों के निशान थे। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर बताई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कर बेटी और दामाद के खिलाफ मामला दर्ज किया। प्राथमिक जांच में पता चला कि दोनों आरोपी पहले से ही संपत्ति को लेकर महिला पर दबाव बना रहे थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।
परिवार के अन्य सदस्यों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद महिला के अन्य रिश्तेदारों ने भी अपना बयान दिया। उनका कहना है कि बेटी और दामाद काफी समय से वृद्धा पर संपत्ति के लिए दबाव बना रहे थे। उन्होंने कई बार इस मामले को परिवार के भीतर ही सुलझाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी अपनी जिद पर अड़े रहे।
समाज में बढ़ती लालच की प्रवृत्ति
यह घटना सिर्फ एक पारिवारिक विवाद नहीं, बल्कि समाज में बढ़ती लालच और नैतिक गिरावट का प्रतीक भी है। बुजुर्गों को उनके ही बच्चे जब संपत्ति के लिए प्रताड़ित करने लगते हैं, तो यह चिंता का विषय बन जाता है। इस तरह की घटनाएं समाज के लिए एक चेतावनी हैं कि पारिवारिक मूल्यों को बनाए रखने की जरूरत है।
कानूनी पहलू और सजा
भारतीय कानून के तहत बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार करना एक गंभीर अपराध है। इस मामले में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें बंधक बनाने, मारपीट करने और मानसिक प्रताड़ना के आरोप शामिल हैं। अगर दोष सिद्ध होता है, तो आरोपियों को कठोर सजा हो सकती है।
करनाल की इस घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना बताती है कि किस तरह लालच इंसान को निर्दयी बना सकता है। संपत्ति के लिए अपने ही माता-पिता पर अत्याचार करना नैतिक रूप से कितना गलत है, इसे समझने की जरूरत है। कानून को और सख्त करने और समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।