रिपोर्टिंग : प्रेम कुमार साहू, घाघरा गुमला
घाघरा प्रखंड परिसर में प्रदान द्वारा मार्गदर्शित घाघरा वूमेन फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड एवं गुमला जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में “पुनर्जीवित खेती एवं स्वदेशी बीज संरक्षण” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि उप-विकास आयुक्त (डीडीसी) गुमला दिलेश्वर महतो तथा अंचलाधिकारी खाखा सुशील कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यशाला के दौरान प्रखंड के किसानों ने विभिन्न स्वदेशी बीजों की प्रदर्शनी लगाई।
अपने संबोधन में डीडीसी महतो ने हाइब्रिड बीजों के अत्यधिक उपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों पर चिंता व्यक्त की तथा जिले में पुनर्जीवित कृषि को व्यापक स्तर पर बढ़ावा देने की आवश्यकता बताई। उन्होंने प्रदान संस्था द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
अंचलाधिकारी खाखा सुशील कुमार ने प्राकृतिक खेती क्लस्टरों के विस्तार तथा केंद्र सरकार की योजनाओं से महिला किसानों को जोड़ने पर जोर दिया।
प्रदान रांची से आए जीब दास ने कहा कि समय के साथ किसानों का पारंपरिक बीजों पर नियंत्रण कम हुआ है और कंपनियों पर निर्भरता बढ़ी है। इसलिए एफपीओ स्तर पर बीज बैंक की स्थापना कर पारंपरिक बीजों का संरक्षण करना जरूरी है, जिसमें झारखंड मिलेट मिशन महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
प्रदान गुमला के जितेंद्र यादव ने संस्था द्वारा संचालित पुनर्जीवित कृषि, BRC मॉडल और अन्य पहलों की जानकारी साझा की तथा किसानों को टिकाऊ एवं प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में जिला उद्यान पदाधिकारी तमन्ना प्रवीण, जिला कृषि पदाधिकारी शुभम प्रिया, घाघरा प्रमुख सबिता देवी, एवं प्रदान के कई अधिकारी—जीब दास, नीरज सिंह, जितेंद्र कुमार यादव, रौशन, अभय, जोयदीप सहित अनेक लोग उपस्थित थे।