लातेहार:-एक समय घोर उग्रवाद से प्रभावित रहा लातेहार जिला आज शांति और विकास की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है। पुलिस-प्रशासन और आम जनता के आपसी सहयोग से उग्रवाद की जड़ों को कमजोर करने में बड़ी सफलता मिली है।
इसी कड़ी में झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रेरित होकर प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जे.जे.एम.पी. (झारखंड जनमुक्ति परिषद) के सब-जोनल कमांडर ब्रजेश यादव उर्फ राकेश जी (₹5 लाख का इनामी, निवासी कड्डोकवा, थाना विशुनपुर, जिला गुमला) एवं एरिया कमांडर अवधेश लोहरा उर्फ रोहित लोहरा (निवासी बंदुआ, थाना हेरहंज, जिला लातेहार) ने बुधवार को पुलिस महानिरीक्षक, पलामू प्रक्षेत्र एवं पुलिस अधीक्षक, लातेहार के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
दोनों उग्रवादी संगठन के सक्रिय सदस्य लंबे समय से विभिन्न जिलों में कई मामलों में वांछित थे।
ब्रजेश यादव लगभग 20 वर्षों से माओवादी और जे.जे.एम.पी. संगठनों से जुड़ा रहा और उसके खिलाफ हत्या, पुलिस मुठभेड़, विस्फोटक अधिनियम, आर्म्स एक्ट तथा यूएपीए जैसी गंभीर धाराओं में 10 से अधिक मामले दर्ज हैं।
इसी प्रकार अवधेश लोहरा पर भी विभिन्न संगीन धाराओं के तहत 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें पुलिस पर हमले और संगठन के लिए सक्रिय रूप से कार्य करने के आरोप शामिल हैं।
लातेहार पुलिस के अनुसार, हाल के महीनों में जिले में उग्रवादियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया गया है। पुलिस ने न केवल कई मुठभेड़ों में उग्रवादियों को ढेर किया है बल्कि अब तक 19 उग्रवादियों को आत्मसमर्पण कराने में सफलता पाई है, जिनमें जे.जे.एम.पी. और माओवादी संगठन के कई शीर्ष कमांडर शामिल हैं।
लातेहार एसपी ने कहा कि “यह आत्मसमर्पण सरकार की पुनर्वास नीति और पुलिस-जन सहयोग की बड़ी सफलता है। जिले में अब स्थायी शांति और विकास स्थापित करने की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण साबित होगा।”