
लातेहार। श्रावण मास की पवित्र यात्रा में कांवरियों की सेवा हेतु इस वर्ष भी आलोक मोहन स्मृति सेवा आश्रम, लातेहार की ओर से बाबा नगरी देवघर में सेवा शिविर लगाया जाएगा। संस्था के द्वारा यह शिविर वर्ष 2004 से हर साल लगातार आयोजित किया जा रहा है, केवल कोरोना महामारी के दौरान एक वर्ष के लिए इसका आयोजन स्थगित किया गया था।
इस वर्ष 8 जुलाई को आश्रम के स्वयंसेवक पूर्ण तैयारी के साथ देवघर रवाना होंगे। स्थानीय सांसद कालीचरण सिंह और विधायक प्रकाश राम स्वयंसेवकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस संबंध में जानकारी संस्था के संस्थापक रामनाथ अग्रवाल और संयोजक श्याम किशोर अग्रवाल ने श्रीराम वाटिका में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि शिविर का आयोजन कांवरिया पथ पर सरासनी गांव में किया जाएगा, जो बाबा बैद्यनाथ धाम से लगभग पांच किलोमीटर पहले स्थित है। शिविर में आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा हेतु हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
प्रेस वार्ता में बताया गया कि सेवा शिविर में सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक संस्था के स्वयंसेवक सेवा में लगे रहते हैं। सुबह 5 बजे से पेयजल, चाय और अल्पाहार की व्यवस्था की जाती है। सुबह 9 बजे से 11 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए रामायण और महाभारत धारावाहिक का सीधा प्रसारण किया जाएगा। इसके बाद 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक भगवती जागरण और झांकी प्रस्तुत की जाएगी, जिससे धार्मिक माहौल और अधिक ऊर्जावान होगा।

दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक लंगर सेवा चलाई जाएगी, जिसमें बड़ी संख्या में कांवरियों को भोजन कराया जाएगा। इसके अलावा शिविर में प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की भी व्यवस्था की गई है, जिससे कांवरियों को यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या के समाधान में मदद मिल सके।
संस्था के सदस्य संजय तिवारी ने कहा कि आलोक मोहन स्मृति सेवा आश्रम बिना किसी स्वार्थ के कांवरियों की सेवा कर रहा है। उनका यह प्रयास न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए सहूलियत प्रदान करता है बल्कि समाज में सेवा भाव और सहयोग की भावना को भी मजबूत करता है। इस दौरान कांवरिया सेवा शिविर से संबंधित एक पत्रक भी जारी किया गया।
मौके पर निर्मल कुमार महलका, गजेंद्र शौंडिक, मुरली अग्रवाल, संजय अग्रवाल, योगेंद्र कुमार, वासुदेव पांडेय, नंदकिशोर सिंह, दयमंती देवी, अमित किशोर, रश्मि अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, भोलू, मुन्नू, हन्नी और हन्नू इत्यादि मौजूद थे।