

मनिका (लातेहार) – मनिका प्रखंड की प्रमुख पर सरकारी योजना का लाभ अपने पति और परिवार के सदस्यों को दिलाने के गंभीर आरोप लगने के बाद मामला तेजी से तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने प्रखंड प्रमुख की सदस्यता रद्द करने की मांग जिला प्रशासन से की है।
शुक्रवार को भाजपा नेता लव कुमार दुबे और कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र पासवान ने संयुक्त रूप से प्रेस से बातचीत कर मामले की जांच के लिए समिति गठित करने और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि किसी जनप्रतिनिधि द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर अपने परिजनों को सरकारी योजना का अनुचित लाभ पहुंचाया गया है, तो यह जनता के विश्वास के साथ धोखा है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
सुरेंद्र पासवान ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस योजना का लाभ गांव के जरूरतमंदों को मिलना चाहिए, वह सत्ता में बैठे लोग अपने परिवार तक सीमित कर रहे हैं। यह स्वर्गीय राजीव गांधी के सपनों के भारत के खिलाफ है।” उन्होंने मांग की कि दोषी पाए जाने पर प्रखंड प्रमुख की सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद्द की जाए।
भाजपा नेता लव कुमार दुबे ने तीखे शब्दों में कहा, “जब जनता का सेवक ही चोर बन जाए, तो वहां विकास की उम्मीद करना बेईमानी होगी।” उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता हुई तो वे इस मामले को लेकर जिले के उपायुक्त से मिलकर उच्चस्तरीय जांच की मांग करेंगे।
इस बीच, प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) संदीप कुमार ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठित करने की बात कही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच निष्पक्ष होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।