
अमीन अंसारी, रांची – 23 अप्रैल
जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले में 28 निर्दोष पर्यटकों की बेरहमी से हत्या ने पूरे देश को शोक और आक्रोश में डुबो दिया है। इस अमानवीय कृत्य ने न केवल मानवीय मूल्यों को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि देश की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस त्रासदी के विरोध में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मंगलवार को राजधानी रांची के डोरंडा स्थित अम्बेडकर चौक पर एक मौन कैंडल मार्च निकाला, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल हुए।
एकजुटता की प्रतीक बनी श्रद्धांजलि
संध्या 4:30 बजे आयोजित इस कैंडल मार्च में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, मंत्री और युवा कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी ने हाथों में तख्तियां लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया, जिन पर लिखा था –
“पठानकोट, उरी, पुलवामा और अब पहलगाम – देश की सुरक्षा नीति कहां है?”,
“सरकार खोखले दावों से आगे बढ़े – जवाबदेही तय हो”,
“निर्दोषों की हत्या अब बर्दाश्त नहीं”
जैसे सशक्त और भावनात्मक संदेश।
डॉ. इरफान अंसारी का भावुक बयान: “हमें सिर्फ कार्रवाई नहीं, उनका सिर चाहिए”

कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा,
“आतंकवादियों का कोई मजहब नहीं होता। इस वीभत्स हमले ने हर भारतीय के दिल को तोड़ दिया है। हमें केवल सर्जिकल स्ट्राइक नहीं चाहिए, हमें उनका सिर चाहिए। ऐसी दरिंदगी के लिए केवल निंदा काफी नहीं, प्रतिशोध जरूरी है।”
उन्होंने आगे कहा,
“जब-जब प्रधानमंत्री विदेश जाते हैं, तब-तब इस प्रकार की घटनाएं होती हैं – क्या ये केवल संयोग हैं? यह गंभीर आत्ममंथन का समय है, राजनीति का नहीं। देश को एकजुट होकर इस आतंक के खिलाफ खड़ा होना होगा।”
डॉ. अंसारी ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस आतंक के खिलाफ सरकार के साथ है, लेकिन वह मौन तमाशबीन नहीं बन सकती।
“बयानबाज़ी नहीं, कठोर नीति चाहिए”: आलोक कुमार दूबे का तीखा प्रहार
प्रदेश कांग्रेस महासचिव आलोक कुमार दूबे ने तीखे शब्दों में केंद्र सरकार से सवाल पूछे:
“पहले पुलवामा, फिर उरी, और अब पहलगाम – हर बार एक ही ढर्रा। क्या यही हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की तैयारी है?”
उन्होंने कहा,
“शब्दों से पेट नहीं भरता और न ही दर्द कम होता है। जनता अब सख्त कदम चाहती है – कठोर कानून, स्पष्ट रणनीति और कड़ा एक्शन।”
दूबे ने आगे कहा,
“देश की जनता अब सर्जिकल स्ट्राइक का प्रतीकात्मक प्रयोग नहीं, असली परिणाम चाहती है। आतंकियों को उनके घर में घुसकर खत्म करना होगा।”
कांग्रेस प्रवक्ताओं का आरोप: “सरकार की सुरक्षा प्रणाली बार-बार विफल”

प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने इस हमले को केवल एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि भारत मां की आत्मा पर हमला बताया। उन्होंने कहा,
“जो लोग कश्मीर की खूबसूरती देखने आए थे, उन्हें आतंकियों ने मौत के घाट उतार दिया। यह केवल हत्या नहीं, इंसानियत के खिलाफ अपराध है। देश की सुरक्षा व्यवस्था बार-बार असफल हो रही है – अब वक्त है ईमानदार जवाबदेही का।”
उन्होंने कहा,
“ऐसे हमलों के खिलाफ केवल सुरक्षा बल ही नहीं, समाज को भी एकजुट होना होगा। यह वक्त एकजुट राष्ट्र भावना का है।”
अजय नाथ शाहदेव: “आतंकवाद के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई सिर्फ राजनीतिक नहीं, नैतिक भी”
महासचिव अजय नाथ शाहदेव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ खड़ी रही है। उन्होंने कहा,
“हमारे नेताओं ने आतंकवाद से लड़ते हुए अपने प्राण तक गंवाए हैं। हमारी लड़ाई न केवल राजनीतिक है, बल्कि यह राष्ट्रहित की नैतिक लड़ाई है।”
कांग्रेस की ओर से उन्होंने सरकार के साथ हर सकारात्मक सहयोग का आश्वासन भी दिया।
फिरोज रिजवी की चेतावनी: “अमरनाथ यात्रा जैसे आयोजन भी खतरे में”
वरिष्ठ नेता फिरोज रिजवी मुन्ना ने कहा,
“अगर सरकार अब भी नहीं जागी तो आने वाले दिनों में अमरनाथ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजनों पर भी खतरा मंडरा सकता है। इससे ना केवल आस्था, बल्कि जम्मू-कश्मीर की स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गहरा आघात लगेगा।”
सोरेन राम: “यह विरोध राजनीति नहीं, इंसानियत का संकल्प है”

कांग्रेस नेता सोरेन राम ने कहा कि यह प्रदर्शन किसी राजनीतिक लाभ के लिए नहीं था।
“यह देश की आत्मा पर हुए हमले के खिलाफ एक मानवीय प्रतिरोध है। हम इस पीड़ा के क्षण में शोकसंतप्त परिवारों के साथ हैं। अब वक्त है राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रीय सुरक्षा पर आत्ममंथन का।”
कांग्रेस का संकल्प: “हर नागरिक की सुरक्षा के लिए हम तत्पर हैं”
पूरे कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी और आतंक के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संकल्प लिया। यह स्पष्ट किया गया कि यह लड़ाई किसी एक पार्टी या सरकार की नहीं, पूरे देश की है। कांग्रेस पार्टी हर निर्दोष नागरिक की स्मृति, सम्मान और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।