
दुमका। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कृषि और ग्रामीण समृद्धि पर बजट के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक वेबिनार को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में इंडियन बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी, जामा, दुमका) के किसानों ने डिजिटल स्क्रीन पर प्रधानमंत्री के भाषण को देखा और उनकी नीतियों की जानकारी ली।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में किसानों की समृद्धि और आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य ऐसे भारत का निर्माण करना है, जहाँ किसान आर्थिक रूप से मजबूत हों। उन्होंने कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए नई नीतियों और योजनाओं की घोषणा की।
किसानों के लिए सस्ता और आसान ऋण
प्रधानमंत्री ने बताया कि सरकार किसानों को सस्ता और सरल ऋण उपलब्ध कराने के लिए संशोधित ब्याज सहायता योजना लेकर आई है। इस योजना के तहत ऋण सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है, जिससे किसानों को अपनी खेती में अधिक निवेश करने में सहायता मिलेगी।
कृषि बजट में किसानों के हितों पर विशेष ध्यान
प्रधानमंत्री ने केंद्रीय बजट 2025-26 में कृषि विकास और उत्पादकता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार किसानों की मदद कर रही है और पिछले दशकों में MISS (Minimum Import Support Scheme) के माध्यम से 1.44 लाख करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की गई है।
सरकार का लक्ष्य 2023-24 में कृषि अल्पकालिक ऋण को 9.81 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2029-30 तक 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाना है। इससे देश के किसानों को पर्याप्त वित्तीय संसाधन उपलब्ध होंगे और वे आधुनिक तकनीक व संसाधनों का उपयोग कर अपनी कृषि उपज को बढ़ा सकेंगे।
डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और नई योजनाओं का ऐलान

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक किसान-केंद्रित डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है, जिससे देशभर के किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ सीधा मिल सके। उन्होंने ‘पीएम धन-धान्य कृषि योजना’ की भी घोषणा की, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नवाचार और उत्पादकता को बढ़ावा देना है।
दुमका के किसानों ने उठाया वेबिनार का लाभ
इस वेबिनार को इंडियन बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी, जामा, दुमका) के किसानों ने बड़े डिजिटल टीवी पर लाइव देखा और प्रधानमंत्री की नीतियों को समझा। किसानों ने इस पहल की सराहना की और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने की इच्छा जताई।
कार्यक्रम में प्रमुख लोग रहे उपस्थित
इस वेबिनार के दौरान कई प्रमुख अधिकारी और बैंकिंग विशेषज्ञ उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे –
अग्रणी जिला प्रबंधक – चंद्रशेखर पटेल
नाबार्ड के अधिकारी – शुभेंदु बेहरा
आरसेटी के निदेशक – पंकज कुमार चौधरी
JRG बैंक के क्षेत्रीय भ्रमण पदाधिकारी
आरसेटी के समस्त सदस्य
इन सभी अधिकारियों ने किसानों को प्रधानमंत्री द्वारा घोषित नई योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
किसानों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
प्रधानमंत्री ने कहा कि “हमारा प्रयास है कि कोई भी किसान पीछे न छूटे।” सरकार की योजनाएं कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने, किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होंगी।
किसानों की प्रतिक्रियाएं
कार्यक्रम में उपस्थित किसानों ने सरकार की पहल की सराहना की और कहा कि नई योजनाओं से कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन ने देश के किसानों को आत्मनिर्भर बनने और नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। आने वाले वर्षों में, ये योजनाएं भारतीय कृषि को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक साबित होंगी।