
प्रयागराज में 45 दिवसीय महाकुंभ का समापन आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर अंतिम स्नान के साथ हो रहा है। संगम तट पर श्रद्धालुओं का विशाल जनसैलाब उमड़ पड़ा है, जहां भक्तजन पवित्र त्रिवेणी में डुबकी लगाकर अपने पापों का प्रायश्चित कर रहे हैं। मेला प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि आज लगभग 2 करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगे, जिससे कुल श्रद्धालुओं की संख्या 66 से 67 करोड़ तक पहुंच जाएगी। citeturn0search0
भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के मद्देनजर, मेला क्षेत्र को मंगलवार शाम 4 बजे से नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है, जबकि प्रयागराज कमिश्नरेट क्षेत्र में यह प्रतिबंध शाम 6 बजे से लागू हुआ। यह व्यवस्था 27 फरवरी की सुबह 8 बजे तक प्रभावी रहेगी, जिसमें केवल आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को ही अनुमति दी गई है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न घाटों पर स्नान की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। दक्षिणी झूंसी से आने वाले श्रद्धालु संगम द्वार ऐरावत घाट पर, उत्तरी झूंसी के श्रद्धालु संगम हरिश्चंद्र घाट और संगम ओल्ड जीटी घाट पर स्नान करेंगे। परेड क्षेत्र से आने वाले भक्तजन संगम द्वार भरद्वाज घाट, नागवासुकी घाट, मोरी घाट, काली घाट, रामघाट और हनुमान घाट पर डुबकी लगाएंगे। अरैल क्षेत्र के श्रद्धालु संगम द्वार अरैल घाट पर स्नान करेंगे।
मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने निकटतम घाट पर ही स्नान करें, जिससे भीड़ प्रबंधन में सहायता मिले और सभी को सुगमता से स्नान का अवसर प्राप्त हो। इसके अलावा, पांटून पुलों का संचालन भी भीड़ के दबाव के अनुसार किया जाएगा, ताकि किसी क्षेत्र में अत्यधिक भीड़ न हो।
महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर, संगम तट पर विशेष पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह देखते ही बनता है, जहां वे भगवान शिव की आराधना में लीन हैं। मेला क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें पुलिस बल के साथ अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती भी शामिल है। श्रद्धालुओं के आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए गए हैं, जिससे यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे।
महाकुंभ के इस अंतिम स्नान के साथ ही, प्रयागराज में आयोजित इस महापर्व का समापन हो रहा है, जो आस्था, श्रद्धा और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। देश-विदेश से आए करोड़ों श्रद्धालुओं ने इस महाकुंभ में भाग लेकर धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभवों को संजोया है।