
पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया थाना क्षेत्र के जोड़िसा गांव में मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई है। ग्रामीणों ने बकरी चोरी के आरोप में दो युवकों को पीट-पीटकर मार डाला। इस घटना में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
कैसे हुई घटना?
घटना शुक्रवार देर रात करीब 1 बजे की है। जोड़िसा गांव निवासी हरगोविंद नायक के घर में कुछ युवक घुसे और बकरी चोरी करने लगे। इस दौरान एक बकरी का बच्चा, जिसके गले में घुंघरू बंधा था, आंगन में उछलने लगा, जिससे घरवालों की नींद खुल गई। जब गृहस्वामी ने चोरों को देखा, तो वे भागने लगे। हालांकि, ग्रामीणों ने पीछा कर दो युवकों को पकड़ लिया।
गांववालों ने रातभर पीटा
पकड़े गए युवकों की पहचान किंशुक बेहरा उर्फ लाल (35) और भोलानाथ महतो (34) के रूप में हुई। किंशुक कुचियासोली पंचायत के कुसमाटी गांव और भोलानाथ महतो जीरापाड़ा गांव का निवासी था। ग्रामीणों ने रातभर दोनों की पिटाई की, जिससे किंशुक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल भोलानाथ को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी भी मौत हो गई।
पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया
घटना की जानकारी मिलते ही चाकुलिया थाना पुलिस शनिवार सुबह मौके पर पहुंची। अवर निरीक्षक कविंद्र कुमार पोद्दार ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और कई आरोपियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
यह घटना एक बार फिर मॉब लिंचिंग के खतरनाक प्रभाव को दर्शाती है, जहां कानून को हाथ में लेकर भीड़ ने सजा दी, जो किसी भी परिस्थिति में सही नहीं कहा जा सकता।