
दिल्ली:- विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ अपने मजबूत उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। इस रणनीति के चलते पांच प्रमुख सीटों पर कांग्रेस ने AAP के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं, जिससे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों को अप्रत्याशित बढ़त मिलती दिख रही है।
1. नई दिल्ली सीट:
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पारंपरिक सीट नई दिल्ली पर कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है। संदीप दीक्षित की मजबूत पकड़ और राजनीतिक अनुभव ने इस सीट पर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है, जिससे भाजपा उम्मीदवार को लाभ मिलने की संभावना बढ़ गई है।
2. जंगपुरा सीट:
AAP के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की जंगपुरा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व महापौर फरहाद सूरी को टिकट दिया है। सूरी की स्थानीय स्तर पर मजबूत पकड़ और प्रतिष्ठा ने सिसोदिया के लिए चुनौती बढ़ा दी है, जिससे भाजपा उम्मीदवार के लिए राह आसान हो सकती है।
3. कालकाजी सीट:
मुख्यमंत्री आतिशी की कालकाजी सीट पर कांग्रेस ने अलका लांबा को उम्मीदवार बनाया है। लांबा की सक्रियता और जनसमर्थन ने इस सीट पर मुकाबले को कड़ा कर दिया है, जिससे भाजपा को अप्रत्याशित लाभ मिल सकता है।
4. पटपड़गंज सीट:
AAP के वरिष्ठ नेता अवध ओझा की पटपड़गंज सीट पर कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार को मैदान में उतारा है। अनिल कुमार की राजनीतिक सक्रियता और जनाधार ने इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला सुनिश्चित किया है, जिससे भाजपा उम्मीदवार को फायदा हो सकता है।
5. बादली सीट:
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव बादली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला AAP के उम्मीदवार से है। यादव की मजबूत उपस्थिति ने इस सीट पर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है, जिससे भाजपा के लिए संभावनाएं बढ़ गई हैं।
कुल मिलाकर, कांग्रेस के इन रणनीतिक कदमों ने AAP के लिए चुनौतियां बढ़ा दी हैं और भाजपा उम्मीदवारों के लिए अप्रत्याशित जीत की संभावनाएं पैदा की हैं। दिल्ली की राजनीति में यह नया मोड़ आगामी चुनाव परिणामों को दिलचस्प बना रहा है।