
लातेहार:- जिले में सोमवार को जिला खेल स्टेडियम परिसर में कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सौजन्य से जिला स्तरीय कृषि मेला सह उद्यान प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया। इस मेले का शुभारंभ माननीय विधायक, मनिका, श्री रामचंद्र सिंह, उपायुक्त श्री उत्कर्ष गुप्ता, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती पूनम देवी, जिला परिषद उपाध्यक्ष श्रीमती अनिता देवी, अन्य जनप्रतिनिधियों और जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
किसानों के हित में सशक्त पहल

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय विधायक रामचंद्र सिंह ने किसानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है, और हमारे देश की प्रगति का आधार किसान हैं। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग किसानों के लाभ हेतु कई योजनाएं संचालित कर रहा है, जिनसे उन्हें फायदा उठाने की आवश्यकता है। विधायक महोदय ने महिला किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे कृषि क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही हैं। उन्होंने मृदा परीक्षण और उन्नत तकनीकों के माध्यम से बेहतर फसल उत्पादन के तरीकों को अपनाने पर जोर दिया।
उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि को उन्नत बनाने के लिए सामूहिक प्रशिक्षण जरूरी है। किसानों को नई तकनीकों को अपनाना चाहिए, ताकि उत्पादन बेहतर हो सके। उन्होंने सभी किसानों से अपील की कि वे अपनी मेहनत से न केवल अपना जीवनस्तर ऊंचा करें बल्कि लातेहार जिले को भी कृषि के क्षेत्र में समृद्ध बनाएं।
उपायुक्त ने किया प्रेरित

उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रदर्शनी से किसानों को नई-नई जानकारियां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसानों को जागरूक होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग किसानों की स्थिति सुधारने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। तालाब, सामूहिक खेती, और सिंचाई के साधनों के साथ-साथ किसानों को पावर टीलर और ट्रैक्टर जैसे संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
कृषि मेले के विशेष स्टॉल
कृषि मेला में एग्री क्लीनिक सेंटर, कृषि विज्ञान केंद्र, उद्योग विभाग, गव्य विकास कार्यालय, पशुपालन विभाग, भूमि संरक्षण विभाग, और समाज कल्याण विभाग सहित अन्य विभागों के स्टॉल लगाए गए। इन स्टॉलों पर किसानों को जैविक खेती, वैज्ञानिक विधियों और कृषि तकनीकों की जानकारी दी गई।
किसानों के उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी
मेले में जिले के किसानों द्वारा उत्पादित सब्जियों, फलों और अनाज की विशेष उद्यान प्रदर्शनी भी लगाई गई। प्रदर्शनी में कोहड़ा, कद्दू, अमरूद, पपीता, केला, मटर, नींबू, हल्दी, आलू, पतगोभी, मूली, शलजम, टमाटर, गाजर, ब्रोकली, फूलगोभी, अदरक, और लहसुन जैसे उत्पादों को प्रदर्शित किया गया।

योजनाओं का लाभ और उपकरणों का वितरण
कृषि मेला सह प्रदर्शनी के दौरान प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के अंतर्गत लाभुकों के बीच दो लाख रुपये के चेक का वितरण किया गया। इसके अतिरिक्त किसानों को पावर स्प्रे, मूंग का बीज, सिंचाई उपकरण, हसिया, मेज सेलर, और मैनुअल स्प्रेयर जैसी सामग्री प्रदान की गई।
तकनीकी जानकारी और जागरूकता

जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए किसानों को मेले के माध्यम से विज्ञान और वैज्ञानिक पद्धतियों से जैविक खेती के बारे में बताया गया। किसानों को प्रशिक्षण देकर कृषि तकनीक और उन्नत उपकरणों के इस्तेमाल से फसल उत्पादन बढ़ाने के उपाय सुझाए गए।
अतिथियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में परियोजना निदेशक आईटीडीए प्रवीन कुमार गगराई, उप विकास आयुक्त सुरजीत कुमार सिंह, मनिका विधायक प्रतिनिधि हरिशंकर यादव, कृषि पदाधिकारी अमृतेष सिंह, भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। साथ ही किसान मित्र और विभिन्न विभागों के कर्मी भी इस आयोजन का हिस्सा बने।
समापन और आह्वान

इस आयोजन के अंत में सभी अतिथियों और प्रतिभागियों ने कृषि के क्षेत्र में उन्नति लाने के लिए सामूहिक प्रयास करने का संकल्प लिया। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर कृषि को लाभकारी बनाएं और जिले के समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाएं।
यह मेला न केवल किसानों के लिए उपयोगी सिद्ध हुआ, बल्कि यह कृषि के क्षेत्र में नई संभावनाओं का द्वार भी खोल गया।