
सिमरिया :- प्रखण्ड के पुंडरा पंचायत के केंदुआ गांव के ग्रामीण सड़क नही बनने पर विधान सभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे। बुधवार को ग्रामीण सड़क पर उतरकर जमकर विरोध किया। यह सड़क टूटीलावा एनएच 100 से लेकर केंदुआ गांव तक जाती है। सड़क की लंबाई दो किमी है। पथ जर्जर व गड्ढों में तब्दील है। जिससे ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। बारिश होने पर उक्त पथ पर बने गड्ढो में पानी और कीचड़ का जमाव हो जाता है जिससे सड़क नारकीय बन जाता है। जिससे गांव के लोगो को आवागमन मे कठिनाई हो होती। साथ ही लोगो को चलना दुर्भर हो जाता है। सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे होने के कारण आए दिन लोग दुर्घटना ग्रस्त होकर घायल हो जा रहे है। स्कूली बच्चों को विद्यालय आने जाने में परेशानी हो रही है। दो पहिया, तीन पहिया व चार पहिया वाहन चालकों चलना मुश्किल हो जाता है। गांव की आबादी लगभग एक हजार है। यहां किसान वर्ग के लोग रहते है जो खेती पर निर्भर है। किसानो को उत्पादित साग सब्जी को बाजार ले जाने में कठिनाई होतीहै। इस सड़क से हरेक दिन पांच सौ लोगो का आना जाना लगा रहता है। ग्रामीण पांच वर्षों से सड़क बनाने की मांग स्थानीय विधायक और सांसद से करते आ रहे है, किंतु ग्रामीणों की सड़क की समस्या का समाधान किसी भी जनप्रतिनिधि अबतक नहीं किया गया। इससे ग्रामीणों में रोष है।
ग्रामीणों ने क्या कहा
ग्रामीण उमेश यादव ने कहा कि राज्य अलग हुए 24 वर्ष हो गये है और हमलोग सड़क के लिए तरस रहे है। जबकि इससे पीछे कई गांवों में सड़क बन गये है। विधायक से सड़क बनाने की मांग करते करते थक चुके है। कई बार श्रमदान कर सड़क बनाया गया. लेकिन सड़क बारिश के भेंट चढ़ जाता है। जिससे आवागमन करना आफत हो जाता है। वृद्ध खेदु यादव ने कहा कि इस सड़क पर चलना मुश्किल हो हो गया है। घर गांव में बीमार पड़ने पर इलाज के लिए सिमरिया हजारीबाग जाने में काफी परेशानी होती है. मोहन यादव, मनोज भुइयां, महेंद्र भुइयां, कामेश्वर यादव, प्रेम गंझु, चूरामन राम, राजू धुरवा, सूरज भुइयां, बैजनाथ यादव, युगल यादव, मोहन भुइयां सहित ग्रामीणों ने कहा कि सड़क खराब होने के कारण एक साल पहले एक बच्चा साइकिल से गिरकर मर गया था। साग सब्जियों को बाजारों में ले जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कभी कभार समय से बाजार नही जा पाते और सब्जियां खराब हो जाता है इससे भरी नुकसान होता है। सांसद विधायक वोट के समय वोट मांगने आते है। वादा करके चले जाते है और चुनाव जीतने के बाद भूल जाते है। ग्रामीणों ने कहा कि सड़क नही बनी तो इस बार विधान सभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे और वोट मांगने वाले को खदेड़ देंगे। ग्रामीण ने जिला प्रशासन से डीएमएफटी योजना से सड़क निर्माण कराने की मांग की है।
उपायुक्त से प्राथमिकता के आधार पर सड़क निर्माण कराने की मांग की जाएगी
मुखिया बिनोद महतो ने कहा कि केंदुआ गांव जाने वाली सड़क बहुत ही जर्जर है। ग्रामीणों को चलना मुश्किल है। कई बार ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर डीएमएफटी योजना से सड़क निर्माण कराने की मांग की गयी है। लेकिन अभी तक सड़क नही बना। इस बार भी होने वाले ग्राम सभा में प्राथमिकता के साथ पहला स्थान में इस सड़क को लेकर डीएमएफटी मद से हर हाल में निर्माण कराने की मांग उपायुक्त से की जाएगी।