
रामगढ़/दुमका
प्रखंड के लखनपुर में शिवालय प्रांगण में अपने अमृत वाणी से श्री धाम वृंदावन से पधारे परम पूज्य परम श्रद्धेय पूजा राधा किशोरी जी के पावन मुखारविंद से आयोजित भगवत कथा के चतुर्थ दिवस में संत ने बताया संसार में संकटों के कमी नहीं है, संकट में साथ देने वाले केवल गोविंद होते हैं आप सभी उन्हीं से अपनी आशा लगाएं जगत से आशा हटा करके जगन्नाथ के चरणों में मन को बांध लेने से हमारे संकट टल जायेंगे।आप संसार के विषयों से मन को हटाकर भगवान में जोड़ लीजिए गज और ग्राह की कथा को श्रवण कराते हुए पूज्य किशोरी जी ने बताया गाड़ी गजराज संकट में फंसा तब भगवान को याद किया तो भगवान ने गजराज की रक्षा किया।संकट के समय में परमात्मा साथ देते हैं। रामावतार के चरित्र को श्रवण करा कर के पूज्य किशोरी जी ने बताया हम सभी को मर्यादाओं का पालन करना चाहिए ।भगवान श्री राम की किए हुए कार्यों को जीवन में उतारे ,और भगवान श्री कृष्ण ने जो गीता में उपदेश किया है जो भागवत के वर्णन अंतर्गत कहा गया है उसको अपने जीवन में उतारना चाहिए। क्योंकि आपका जीवन कोरा कागज है आप जितना इसमें लिखेगा उतना ही आपके जीवन में प्रभाव दिखेगा ।अतः आप सभी अपने जीवन में प्रभु भक्ति को उतारें और भगवान से लगाएं भगवान के अद्भुत झांकियों का दर्शन कर श्रद्धालु हुए मंत्रमुग्ध किशोरी जी के भजन ओ कालिया आनंद पंडाल के बीच बैटरी श्रद्धालुओं की कतार लगातार बढ़ती रही आखिरकार लोगों ने पंडाल के बाहर बैठकर के कथा का आनंद प्राप्त किया सुंदर सुंदर झांकियों से सुसज्जित होता रहा नर्वदेश्वर मंदिर प्रांगण का भागवत मंच राधे-राधे के गूंजे उठे जयकारे ।वहीं भागवत कथा श्रवण के लिए सैकड़ों की संख्या में भक्तों कि सैलाब यज्ञ पंडाल पहुंचकर संत के दिव्य प्रवचन को सुनकर भक्ति सागर में गोता लगायाl