प्रत्यूष राय
जमशेदपुर :- कान्वाई यूनियन नेता ज्ञानसागर प्रसाद एवं उनकी टीम एक बेजुबान जानवर को सहारा देकर मानवता का मिसाल कायम किया। बात छोटी है लेकिन उस बेजुबान जानवर के लिए बहुत बड़ी है।
बताते कि एक घायल सांड कान्वाई बुकिंग क्षेत्र में पैर में गंभीर जख्म लिये भड़कता रहता है। वहीं बुकिंग यार्ड के पास कान्वाई चालक, ज्ञानसागर प्रसाद के नेतृत्व में टेंट लगाकर विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत है। ऐसे में उक्त घायल सांड को स्वस्थ करने का आंदोलनरत ड्राइवरों ने जो बीड़ा उठाया है वह काबिले तारीफ है।

स्वार्थ की इस दुनिया में जब किसी जीव के दुःख तकलीफ को देखकर इंसान का दिल पसीजता है तो समझा जाना चाहिए कि इंसानियत जिंदा है। यहां इसकी मिसाल बखूबी देखने को मिला।
उक्त घायल सांड को यथासंभव इन ड्राइवरों द्वारा उसके घाव पर न सिर्फ दवा डाला जा रहा है बल्कि उसे भोजन पानी भी दिया जा रहा है। ज्ञानसागर प्रसाद ने कहा कि कहने को तो प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक , सरकार के स्तर से पशु चिकित्सा पदाधिकारी तैनात है लेकिन इन सबों की संवेदना मर चुकी है ! आखिर ये बेजुबान फरियाद किससे करें ? इनकी कौन सुनेगा। व्यवस्था तो यह होनी चाहिए कि घायल जानवरों की सूचना आज के डिजिटल युग में फोन के माध्यम से संबंधित विभाग के सहायता नंबरों पर दिया जाता और चिकित्सा टीम मदद के लिए पहल करता। वहीं सड़क पर यूं ही भटकने वाले जानवरों को सड़क पर से हटाने का भी प्रबंधन जिला प्रशासन को करना चाहिए। हम जिला प्रशासन का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराएंगे।