
- महेशपुर/पाकुड़
बालू के अवैध खनन के मामले मे महेशपुर प्रखंड का नाम अग्रणी रहा है। ज्ञातव्य हो कि महेशपुर प्रखंड के अंतर्गत रोलाग्राम पंचायत, बलियाडंगाल पंचायत के शहरी बासलोई नदी तथा मालधारा बासलोई नदी घाट,कैराछतर नदी घाट, चांडालमारा नदी घाट आदि पर धड़ल्ले अवैध तरीके से बालू माफिया बालू उठा कर ले जा रहे हैं और प्रशासन मौन धारण किए हुए बैठे हैं। ट्रैक्टर चालकों द्वारा डाला लेवल से ऊपर भी बालू को ले जाया जा रहा है। मजे की बात तो यह है की ट्रैक्टर मालिक तेलियापोखर पंचायत का चालान काटा कर बासलोई नदी घाट से बालू अवैध तरीके से ले जा रहे हैं और प्रशासन रहने के बावजूद भी बालू अवैध तरीके से ले जा रहे है।पुलिस के सामने से बालू लदे ट्रेक्टर को ले जाना प्रशासन की लचर व्यवस्था के साथ मिलीभगत भी हो सकती है, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता।ट्रैक्टर चालकों द्वारा ट्रेक्टर के डाले से अधिक बालू ढुलाई करना नियमों के खिलाफ है,क्योंकि ओवरलोड बालू ले जाना कहीं ना कहीं प्रशासन को मुँह चिढ़ाने जैसा है।बालू ट्रैक्टर इतनी तेजी से ट्रेक्टर को ले जाते है,जिससे घटना होने की भी संभावना हो सकती है। बालू को डाले मे बिना ढके लेकर जाने से आम लोग के लिए भी खतरा का विषय बना हुआ है।कुछ कुछ बंगाल वाले ट्रैक्टर भी आ कर अवैध तरीके से बालू की अवैध ढूलाई निरंतर लगे हुए हैं।सुबह से लेकर रात तक अवैध तरीके से बालू को उठाकर ले जा रहे हैं।बालू माफिया बेखौफ़ होकर नदी से बालू को उठाकर ले जा रहे हैं।हालांकि खबरों के प्रकाशन के बाद प्रशासन शख्ते मे आ जाती है।जिसके कारण कुछ दिन तक बालू अवैध खनन पर अंकुश लग जाता है।लेकिन कुछ दिवस पश्चात ही फिर से वही कहानी दुहराई जाने लगती है