
सतबरवा प्रतिनिधि,
सतबरवा। जनता दरबार में उपायुक्त से मुलाकात के बाद बालिका उच्च विद्यालय सतबरवा में पूर्व अंशकालीन शिक्षक अमन कुमार गुप्ता की नियुक्ति का मामला तूल पकड़ गया है।
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, भोला प्रसाद (पिता जानकी साव) और अमन कुमार गुप्ता (पिता जानकी साहू) वास्तव में एक ही व्यक्ति हैं।
- भोला प्रसाद नाम से उन्होंने सर्वोदय हाई स्कूल से 1999 में मैट्रिक, फिर जीएलए कॉलेज डाल्टनगंज से साइंस में सेकेंड डिवीजन से स्नातक किया। जन्मतिथि 8 जनवरी 1982 दर्ज है।
- वहीं, अमन कुमार गुप्ता नाम से 2010 में प्राइवेट से मैट्रिक और 2012 में इंटर (साइंस) पास किया। इस बार जन्मतिथि 10 जून 1994 है।
दोनों नामों पर अलग-अलग वोटर कार्ड, बिजली बिल, राशन कार्ड और शैक्षणिक प्रमाण पत्र मौजूद हैं।
नियुक्ति और बर्खास्तगी
विद्यालय प्रबंधन समिति ने महिला शिक्षक की अनुपलब्धता के कारण अमन कुमार गुप्ता को अंशकालीन शिक्षक नियुक्त किया था। इस बीच, वे कस्तूरबा गांधी विद्यालय सतबरवा में भी गुपचुप अंशकालीन शिक्षक के रूप में कार्य कर भुगतान लेते रहे।
27 मार्च 2025 को तत्कालीन प्रधानाचार्या रंजना कुमारी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया, लेकिन निर्धारित समय में कोई जवाब नहीं मिला। 11 अप्रैल 2025 को समिति की बैठक में दस्तावेज़ों के आधार पर उनकी पहचान की पुष्टि हुई और 12 अप्रैल 2025 को उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। इसकी सूचना जिला शिक्षा पदाधिकारी और शिक्षा सचिव को भेजी गई।
आरोपी का पक्ष
भोला प्रसाद उर्फ अमन कुमार गुप्ता का कहना है कि उन पर लगे आरोप पारिवारिक विवाद और वित्तीय गबन के लिए लगाए गए हैं।
छात्राओं के आरोप
विद्यालय की छात्राओं ने लिखित शिकायत में आरोप लगाया कि उनका व्यवहार अभद्र था, वे पढ़ाई के दौरान गाने और शायरी सुनाते थे, और उनकी मौजूदगी में छात्राएं असुरक्षित महसूस करती थीं।