
- करीब कई सरकारी स्कूल भवनों की स्थिति जर्जर है। पढ़ाई लिखाई के लिहाज से स्कूल भवन बिल्कुल सुरक्षित नहीं हैे।
- मध्यह्न भोजन मेन्यू के अनुरूप नहीं
- स्कूलों में पानी की व्यवस्था नहीं
- जंगल से सटा हुआ बझिया टोली स्कूल में 50 बच्चे पढ़ते है और हाथी के द्वारा स्कूलों को कर दिया गया है क्षतिग्रस्त।
बसंत कुमार गुप्ता व्यूरो प्रमुख,
गुमला:- जिला के भरनो में प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई प्रखण्ड सभागार में संपन्न हुई।ज्यूरी के तौर पर मिशन बदलाव के भूषन भगत, प्रखंड प्रमुख पारस नाथ उराव और सोशल ऑडिट के अंजन कुमार शामिल हुए।प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई में 17 स्कूलों के हेडमास्टर और प्राभरी शिक्षकों को बुलाया गया था।ज्यूरी सदस्य शह मिशन बदलाव सदस्य भूषन भगत ने बताया कि भरनो प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में पठन-पाठन की व्यवस्था का हाल बड़ा ही बुरा है. यहां एजुकेशन सिस्टम पूरी तरह चरमराई हुई है, स्कूलों में शिक्षक हैं ही नहीं और इस वजह से क्वालिटी एजुकेशन तो क्या बच्चों के क्लासेस भी सही तरीके से नहीं चल पा रहे हैं. जब स्कूल में शिक्षकों की कमी होगी, तो बच्चों को कैसे बेहतर पठन-पाठन की व्यवस्था मिल पाएगी.कई स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है स्कूल में सृजित पद में मात्र 1 से 2 शिक्षकों भरोसे स्कूलों में पठन-पाठन हो रहे हैं. कुछ स्कूलों में तो 80 बच्चों में मात्र 1 शिक्षक रह गए हैं. बाकी सृजित पदों के शिक्षक नही हैं और उनकी जगह पर अब तक नियुक्ति नहीं की गई. जिससे स्कूल प्रबंधकों को भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.आज के जनसुनवाई कार्यक्रम में प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुषमा तिर्की,प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी सुप्रिया और कंप्यूटर ऑपरेटर और अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति थी।