राम कुमार की रिपोर्ट,
लातेहार। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर बुधवार की सुबह सदर अस्पताल प्रांगण से जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन राजमोहन खलखो ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। यह रैली शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए समाहरणालय प्रांगण पहुंची और पुनः अस्पताल परिसर में आकर संपन्न हुई। रैली में प्रशिक्षु नर्सों के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता और आम लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
प्रतिभागियों ने हाथों में तख्तियां लेकर आत्महत्या रोकथाम से जुड़े संदेश लिखे हुए थे। इनमें “जीवन अनमोल है”, “आत्महत्या समस्या का समाधान नहीं”, “बात कीजिए, चुप मत रहिए” जैसे नारे शामिल थे। रैली के माध्यम से लोगों को यह संदेश दिया गया कि मानसिक अवसाद, तनाव और समस्याओं का समाधान बातचीत और परामर्श से संभव है।
कार्यक्रम में पदस्थापित सोनाली मंजू सिंकू ने बताया कि आत्महत्या दरअसल मानसिक बीमारी का परिणाम है। यदि समय रहते उपचार और सही परामर्श लिया जाए तो इसे रोका जा सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी प्रकार की मानसिक परेशानी, अवसाद या तनाव महसूस होने पर तुरंत सदर अस्पताल आएं और विशेषज्ञों से परामर्श लें।
सोनाली मंजू सिंकू ने कहा कि आत्महत्या की घटनाओं को कम करने के लिए समाज में जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है। इसके लिए परिवार, मित्र और समुदाय सभी को मिलकर सहयोग करना चाहिए। रैली का मुख्य उद्देश्य भी यही था कि लोग मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बात करें और जरूरत पड़ने पर मदद लेने में हिचकिचाएं नहीं।
इस अवसर पर अस्पताल के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को और सुलभ बनाने की प्रतिबद्धता जताई। जागरूकता रैली को सफल बनाने में प्रशिक्षु नर्सों की सक्रिय भागीदारी सराहनीय रही।