लातेहार।
झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, रांची के सदस्य उज्जवल प्रकाश तिवारी की अध्यक्षता में गुरुवार, 21 अगस्त 2025 को समाहरणालय सभागार, लातेहार में बाल अधिकार एवं सुरक्षा विषय पर समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सर्वप्रथम जिले में बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा, उनके पुनर्वास, बाल श्रम उन्मूलन तथा अनाथ एवं बेसहारा बच्चों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।
बाल श्रम और बाल विवाह पर सख्ती
आयोग के सदस्य ने स्पष्ट निर्देश दिया कि जिले में किसी भी बच्चे को असुरक्षित या शोषित माहौल में न रखा जाए। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ काम करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि बाल विवाह, बाल श्रम और बच्चों के शोषण के विरुद्ध प्रशासन संवेदनशीलता के साथ कठोर कार्रवाई करे। रेस्क्यू किए गए बाल मजदूरों और कमजोर वर्गों से आने वाले बच्चों की सुरक्षा एवं पुनर्वास पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया।
शिक्षकों और बस चालकों का चरित्र प्रमाण पत्र अनिवार्य
बैठक में निर्देश दिया गया कि जिले के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों के शिक्षक, साथ ही स्कूल बसों के चालक और उपचालक का चरित्र प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाए।
साथ ही, पुलिस, श्रम, खनन, परिवहन विभाग, बाल कल्याण समिति और बाल संरक्षण इकाई से संयुक्त धावा दल बनाकर नियमित छापेमारी करने का भी निर्देश दिया गया।
स्कूल बसों के लिए निर्धारित स्टॉपेज
नगर पंचायत लातेहार को निर्देश दिया गया कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नगर क्षेत्र में 6 स्थान चिन्हित किए जाएं। इन्हीं निर्धारित स्थानों पर स्कूल बस रुकेगी और बच्चे चढ़ेंगे-उतरेंगे।
जिला बाल संरक्षण इकाई को मिलेगी एम्बुलेंस और महिला सुरक्षा बल
बैठक में सिविल सर्जन लातेहार को निर्देश दिया गया कि जिला बाल संरक्षण इकाई को नियमित तौर पर एक एम्बुलेंस उपलब्ध कराई जाए, ताकि बच्चों की मेडिकल जांच और परिवहन में सुविधा हो।
इसके अलावा, पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया कि इकाई के साथ काम करने के लिए दो महिला होमगार्ड अथवा महिला पुलिसकर्मी उपलब्ध कराई जाएं।
बैठक में रहे कई विभागीय अधिकारी
बैठक में पुलिस उपाधीक्षक, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला परिवहन पदाधिकारी, सिविल सर्जन, श्रम अधीक्षक, खनन पदाधिकारी, जिला खेल पदाधिकारी, थाना प्रभारी लातेहार, जिला योजना पदाधिकारी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, बाल कल्याण समिति सदस्य समेत कई विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।