पंकज कुमार यादव,
गारू (लातेहार) गारू प्रखंड अंतर्गत कोटाम पंचायत के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय वकुलावन की स्थिति किसी भी दिन बड़े हादसे को दावत दे सकती है। बच्चों के आने-जाने के लिए पक्की सड़क तक नहीं है, बरसात में कीचड़ और जलजमाव के बीच होकर विद्यार्थियों को विद्यालय पहुंचना पड़ता है।शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है।
यहां मिड-डे मील बनाने के लिए पास के कुएं का दूषित पानी इस्तेमाल किया जाता है, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। गौरतलब है कि पेयजल की समस्या पर पहले भी मीडिया में खबर प्रकाशित हो चुकी है, लेकिन खबर चलने के बाद स्थानीय स्तर पर उल्टा शिक्षक पर दबाव बनाया गया, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।सबसे खतरनाक स्थिति विद्यालय भवन की है।
छत वर्षों से जर्जर है, जगह-जगह प्लास्टर झड़ रहा है और दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं। कभी भी स्कूली बच्चों के साथ दुर्घटना घट सकती है, लेकिन इसके बावजूद मरम्मत कार्य की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। शिक्षक और बच्चे रोजाना डर के साये में पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों और अभिभावकों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द पक्की सड़क, शुद्ध पेयजल सुविधा और भवन मरम्मत का काम शुरू किया जाए, ताकि बच्चों को सुरक्षित और बेहतर माहौल में शिक्षा मिल सके।