केशव तिवारी की रिर्पोट –
बरहड़वा:- दो राज्यों को जोड़ने वाले लाइफ लाइन सड़क मार्ग बरहड़वा-फरक्का पथ पर स्थित निसिंद्रा कटान में सोमवार की देर शाम एक बार फिर पानी भर जाने से यातायात बाधित हो गया।
इससे झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच पत्थर सहित अन्य सामानों की ढुलाई पर सीधा असर पड़ा है। जानकारी के अनुसार, 17 जुलाई को भी कटान पर पानी भरने से लगभग एक सप्ताह तक यातायात ठप रहा था। यह मार्ग पत्थर व्यवसाय सहित क्षेत्र के सभी तरह के व्यापार के लिए अहम है।
मार्ग बंद रहने से बरहड़वा और पतना के कारोबारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। छोटे वाहन तिलडांगा होकर वैकल्पिक मार्ग से फरक्का की ओर जा रहे हैं, जबकि भारी वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप है।
लगातार हो रही रुक-रुक कर बारिश और पहाड़ियों से उतरते पानी के कारण सोमवार दोपहर से ही कटान के ऊपर से पानी बहने लगा। यदि कटान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया तो इसकी मरम्मत में लंबा समय लग सकता है, जिससे ट्रक चालक, मालिक और पत्थर व्यवसायियों की दिक्कतें और बढ़ जाएंगी।
ट्रक चालकों का कहना है कि लंबे समय तक वाहन खड़े रहने से खाने-पीने की समस्या हो जाती है, वहीं मालिकों को गाड़ियों की किस्त चुकाने में परेशानी आती है। पत्थर व्यवसायियों ने बताया कि चिप्स और बोल्डर तैयार होने के बावजूद सड़क मार्ग बंद होने से बंगाल भेजना मुश्किल हो रहा है, जबकि झारखंड का पत्थर ही पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के ज्यादातर निर्माण कार्यों में इस्तेमाल होता है।
मौके पर मौजूद दर्जनों ट्रक चालकों ने पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार से निसिंद्रा कटान की जल्द मरम्मत की मांग की है।