
जेपीएससी परीक्षा में 152वीं रैंक प्राप्त कर विद्यालय का नाम किया रोशन, विद्यालय में हुआ भव्य सम्मान समारोह
लातेहार:- सरस्वती विद्या मंदिर की पूर्व छात्रा अर्चना कुमारी ने जेपीएससी (झारखंड लोक सेवा आयोग) की 11वीं सिविल सेवा परीक्षा में 152वीं रैंक हासिल कर न सिर्फ अपने परिवार का, बल्कि अपने विद्यालय और जिले का भी नाम गौरवान्वित किया है। इस उपलब्धि पर विद्यालय परिसर में अर्चना कुमारी के सम्मान में एक भव्य अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्पार्चन से हुई, जिसे विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन पांडे, सचिव नरेंद्र कुमार पांडे, मातृ भारती अध्यक्ष रितु रानी तथा प्रधानाचार्य उत्तम कुमार मुखर्जी ने संयुक्त रूप से संपन्न किया।

प्रधानाचार्य श्री मुखर्जी ने समारोह की भूमिका प्रस्तुत करते हुए कहा, “यह हमारे विद्यालय के लिए अत्यंत गौरव का क्षण है। अर्चना कुमारी ने एक साधारण छात्रा से असाधारण मुकाम तक का सफर तय किया है। वह कभी इसी वंदना स्थल पर अन्य भैया-बहनों की तरह बैठा करती थीं। आज उन्होंने अपनी मेहनत, अनुशासन और समर्पण से यह सफलता प्राप्त की है।”
कार्यक्रम का मंच संचालन कर रहे अर्चना कुमारी के सहपाठी एवं वर्तमान में आचार्य, अभिषेक अनिल ने अर्चना के विद्यालय जीवन को याद करते हुए कहा कि वह कक्षा में शांत स्वभाव की थीं, परंतु गृहकार्य और कक्षा कार्य के प्रति उनकी निष्ठा अनुकरणीय थी।
विद्यालय समिति के सचिव नरेंद्र पांडे ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, “आप सभी के बीच से ही यह सितारा निकला है। अनुशासन, लक्ष्य और निरंतर प्रयास के बल पर आप सभी भी भविष्य में इसी मंच की शोभा बढ़ा सकते हैं।”

अध्यक्ष राजीव रंजन पांडे ने कहा, “अर्चना कुमारी की यह सफलता सभी विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणा है। यह इस बात का प्रमाण है कि विद्या भारती के छात्र किसी भी प्रतियोगिता में सफल हो सकते हैं।”
मुख्य अतिथि अर्चना कुमारी ने अपने संबोधन में विद्यालय के दिनों को याद कर भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, “मैंने यहां सातवीं से दसवीं तक पढ़ाई की। उसके बाद 2019 में हाई स्कूल में चयन हुआ और फिर प्लस टू विद्यालय, लातेहार में प्रवेश लिया। इस यात्रा में अनुशासन, धैर्य, समय प्रबंधन, लक्ष्य पर केंद्रित रहना और आत्मविश्वास—यही मेरी सफलता की कुंजी रहे हैं।”
मातृ भारती अध्यक्ष श्रीमती रितु रानी ने कहा, “यह सिद्ध करता है कि विद्या भारती विद्यालयों की शैक्षणिक व सांस्कृतिक गुणवत्ता अत्यंत उच्चस्तरीय है, तभी तो यहां से निकलने वाले छात्र प्रशासनिक सेवाओं तक पहुंच रहे हैं।”
इस अवसर पर विद्यालय के समस्त आचार्यगण, शिक्षिकाएं तथा भैया-बहन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। समारोह में विद्यालय परिवार ने अर्चना कुमारी को अंगवस्त्र, पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।