
रांची। झारखंड के विभिन्न इलाकों में होली का पर्व दो दिनों तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। गुरुवार की रात 10.45 बजे के बाद श्रद्धालुओं ने परंपरागत रीति-रिवाज के अनुसार विधिपूर्वक होलिका दहन किया। इससे पहले महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर हल्दी, चावल, बूट झंगरी और गेहूं की बालियां अर्पित कीं। धूप-दीप जलाकर भक्तों ने सुख-समृद्धि की कामना की।
होलिका दहन के दौरान श्रद्धालुओं ने पारंपरिक गीत गाए और एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। मान्यता के अनुसार, होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए राज्यभर में लोगों ने होलिका दहन कर सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
होलिका दहन के साथ हुई विशेष पूजा
गुरुवार की शाम से ही विभिन्न स्थानों पर होलिका दहन की तैयारियां शुरू हो गई थीं। महिलाओं ने होलिका दहन स्थल पर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और परंपरागत रूप से अर्पण किया। पूजा में हल्दी, चावल, बूट झंगरी, गेहूं की बालियां और गुलाल अर्पित किए गए। इसके बाद विधि-विधान से होलिका में अग्नि प्रज्वलित की गई।
इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने घर-घर जाकर एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। लोग पारंपरिक वेशभूषा में नजर आए और उत्साहपूर्वक धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया।
रंगोत्सव को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क
रंगों के त्योहार को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए झारखंड पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल की तैनाती की गई है। साथ ही, उपद्रवियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है।
राज्य के प्रमुख शहरों में विशेष गश्ती दल तैनात किए गए हैं। जिला प्रशासन ने असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों का भी उपयोग किया है। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे शांति और सद्भाव के साथ त्योहार मनाएं और किसी भी अप्रिय घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
- संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है।
- शराब पीकर हुड़दंग मचाने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी।
- सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है।
- सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस गश्त बढ़ाई गई है।
- हंगामा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
दो दिन चलेगा होली का उल्लास
झारखंड में परंपरा के अनुसार होली दो दिनों तक मनाई जाती है। पहले दिन होलिका दहन के बाद अगले दिन रंगोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। शुक्रवार को सुबह से ही रंगों की बौछार शुरू हो गई। लोग अबीर-गुलाल से एक-दूसरे को रंगते नजर आए।
गली-मोहल्लों में रंग और पानी की होली खेली गई। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी होली के रंग में रंगे नजर आए। कई जगहों पर डीजे की धुन पर युवाओं ने जमकर नृत्य किया। वहीं, परंपरागत रूप से घरों में विशेष पकवान बनाए गए, जिनमें गुजिया, दही-बड़ा, पापड़ और ठंडाई प्रमुख रूप से शामिल थे।
प्रशासन ने की शांति बनाए रखने की अपील
झारखंड प्रशासन ने सभी लोगों से अपील की है कि वे होली को सौहार्द और प्रेम के साथ मनाएं। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और अगर कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आए तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी के बीच झारखंड में होली का उल्लास चरम पर है। रंगों की इस खुशी में हर कोई झूमता नजर आ रहा है।