
उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय मुसवाचक के समीप झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) द्वारा गठित सरसाबाद और बारापलासी महिला संकुल स्तरीय प्राथमिक सहलंबी सहकारी के प्रांगण में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत एक विशेष यूथ मोबिलाइजेशन शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को कौशल विकास में प्रशिक्षित करना और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना था।
शिविर में 18 से 35 वर्ष तक के बेरोजगार शिक्षित युवक-युवतियों ने पंजीकरण कराया। प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक मिनाती सिंह ने बताया कि इस शिविर में भाग लेने वाले युवाओं से आवश्यक दस्तावेज और फोटो के साथ पंजीकरण करवाया गया। पंजीकरण के बाद युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाएगा और प्रशिक्षण के उपरांत रोजगार की 100% गारंटी भी दी जाएगी।
जिला समन्वयक फैजुर रहमान ने बताया कि इस शिविर में पंजीकरण कराए गए युवाओं को सिलाई मशीन ऑपरेटर, इलेक्ट्रीशियन, रिटेल सेल्स एसोसिएट, लॉजिस्टिक, गैस पाइप फिटिंग, नर्सिंग सहायक जैसे विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण मिलेगा। इन युवाओं को रांची भेजने की योजना है, जहां उन्हें इन ट्रेडों में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। 21 जनवरी को 32 लड़के और लड़कियां प्रशिक्षण के लिए रांची भेजे जाएंगे।

इस कार्यक्रम में प्रखंड एंकर पर्सन रूपा दत्ता के साथ-साथ अन्य सामुदायिक समन्वयक कमल नयन, कल्पना मुर्मू, खुश्बू कुमारी, आईपीआरपी कुमारी शुभ्रा, शिल्पी कुमारी यादव, राजकिशोर यादव, मेहरून बीबी, मेरी जेस्टीना सोरेन सहित 100 लड़के और लड़कियों के अभिभावकों ने भी भाग लिया। यह शिविर उनके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां उन्हें अपने कौशल को बेहतर बनाने और आत्मनिर्भर बनने के लिए मार्गदर्शन मिलेगा।
इस तरह के कौशल विकास कार्यक्रम ग्रामीण युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। जिले के अधिकारियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर है, जो उन्हें अपने जीवन को सुधारने और एक उज्जवल भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाने का मौका देगा।
इस कार्यक्रम का आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में नौकरी के अवसर बढ़ाने, शैक्षिक स्तर को सुधारने और युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया है। प्रशिक्षण के बाद युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार देने की भी योजना बनाई गई है, जिससे वे अपनी जिंदगी में आत्मनिर्भर बन सकें।
इस आयोजन से युवाओं को एक नई दिशा मिलेगी, और वे अपने परिवारों की आर्थिक स्थिति सुधारने में सक्षम होंगे। कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए इस तरह के आयोजनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है ताकि अधिक से अधिक युवाओं को इसका लाभ मिल सके।
इस पहल से यह उम्मीद की जा रही है कि झारखंड राज्य में बेरोजगारी की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी और राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। साथ ही, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना जैसे कार्यक्रमों का आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर किया जाएगा, जिससे वहां के युवा भी विकास की मुख्य धारा में शामिल हो सकेंगे।