
दीवाली 2024 दुर्लभ शिववास और प्रीति योग में मनाई जाएगी। यह त्योहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से लेकर शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि तक मनाया जाता है, जिसमें धनतेरस, दीवाली और भाई दूज शामिल हैं ।
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 31 अक्टूबर को दीवाली मनाई जाएगी। 31 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजा के लिए शुभ समय संध्याकाल 05 बजकर 36 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 51 मिनट तक है। इस समय में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं
दीवाली पूजा का समय
दीवाली का त्योहार कार्तिक अमावस्या के दिन मनाया जाता है, जिस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पूजा का समय सूर्यास्त के बाद से लेकर रात 12 बजे तक होता है, जब चंद्रमा आकाश में दिखाई देता है।
दीवाली के दिनों का विवरण
धनतेरस:- दीपोत्सव के पहले दिन धनतेरस मनाया जाता है, जिस दिन लोग नए सामान खरीदते हैं और भगवान धन्वंतरि की पूजा करते हैं।
दीवाली:- दीपावली का त्योहार कार्तिक अमावस्या के दिन मनाया जाता है, जिस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
भाई दूज:- दीपोत्सव के अंतिम दिन भाई दूज मनाया जाता है, जिस दिन भाइयों और बहनों के बीच प्रेम और स्नेह का प्रतीक होता है