संवाददाता,
लातेहार :-पंद्रह दिवसीय हस्त शिल्प मेले का विधिवत उद्घाटन नगर पंचायत के निःवर्तमान उपाध्यक्ष नविन कुमार सिन्हा ने नारियल फोड़ व दीप प्रज्वलित कर किया।इस अवसर पर श्री सिन्हा ने कहा ली इस मेले में देशभर के विभिन्न राज्यों से आए उद्यमियों ने स्टॉल लगाए हैं। मेले में हस्तशिल्प उत्पाद से लेकर बच्चों के खेलने तक के साधन यहां मौजूद हैं। कहा कि इस मेले में संपूर्ण भारत के हस्तशिल्प का अनोखा संगम दिखाई देता है।
यहां चादरें, क्रॉकरी, बनारसी सूट एवं साड़ी, बंगाल का कांथा वर्क, सूट, बांस से बने सामान, फर्नीचर, खादी ग्रामोद्योग के वस्त्र, कुर्ती, भदोही की कालीन, हरियाणा के पर्दे,आंध्रा का क्रोशिया वर्क, राजस्थानी मोजरी, भागलपुर की सिल्क साड़ी, सीप ज्वेलरी, राजस्थानी जूती, बैग इत्यादि सामान किफायती दर पर उपलब्ध है।आगे कहा कि आम वस्तुओं की तुलना में हस्तनिर्मित वस्तुएं खूबसूरती के साथ टिकाऊ तथा पर्यावरण के अनुकूल होते हैं। वे कहते हैं कि प्लास्टिक के विरूद्ध बन रही मुहिम से हस्तनिर्मित उत्पादों को फायदा हुआ है। अब आमलोग भी इसे खूब खरीद रहे हैं।
लुप्त हो रही शिल्पकला को लोगों के बीच लाने का हो रहा प्रयास – उमेश
मेले के आयोजक उमेश विश्वकर्मा ने कहा कि हस्तशिल्प मेला भारतीय संस्कृति की पहचान है। यह हजारों सालों से देश में चलता आ रहा है। आधुनिक समय में विशाल शॉपिंग मॉल वाली संस्कृति में इसकी अहमियत और बढ़ जाती है। हस्तशिल्प मेला आधुनिक समाज से कट गए आदिवासी समुदाय को, प्रचार-प्रसार के दौर में पिछड़ चके उद्यमियों को अपना हुनर दिखलाने का अवसर प्रदान करता है।
यह मेला लुप्त हो रहे शिल्पकला को लोगों के बीच लाने का प्रयास है। यह झारखंड की संस्कृति के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति से लोगों को अवगत कराने का एक प्रयास है