
नई दिल्ली ,04 मार्च,RNS टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क और वेंचर कैपिटलिस्ट विनोद खोसला एक्स पर सार्वजनिक विवाद में उलझ गए। मस्क ने एआई से संबंधित मूल संविदात्मक समझौतों के कथित उल्लंघन को लेकर ओपनएआई और इसके सीईओ सैम ऑल्टमैन पर केस किया।
खोसला ने एक्स के मालिक पर ओपनएआई पर मुकदमा करके खट्टे अंगूर व्यवहार का प्रदर्शन करने का आरोप लगाया, तो अरबपति ने जवाब दिया कि भारतीय मूल के निवेशक को इस मुद्दे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। खोसला ने एक्स पर पोस्ट किया, एलन मस्क के साथ, ओपनएआई पर मुकदमा करना थोड़ा अंगूर खट्टा जैसा लगता है। मस्क ने जवाब दिया, विनोद को नहीं पता कि वह यहां किस बारे में बात कर रहे हैं।
खोसला के अनुसार, मस्क ने एआई के आसपास साझा उद्देश्यों तक पहुंचने की दिशा में ओपनएआई के साथ मिलकर काम किया होगा। मस्क 2018 तक ओपनएआई के मूल बोर्ड सदस्य थे, जबकि खोसला ने 2019 में ओपनएआई में लगभग 50 मिलियन डॉलर का निवेश किया था। खोसला ने मस्क पर आगे हमला करते हुए कहा कि अरबपति जल्दी शामिल हो गए और जल्दी ही निकल गए, जब ऐसा लग रहा था कि आगे बढऩा कठिन है और मिशन को जारी रखने के लिए व समाज को कोई लाभ पहुंचाने के लिए वास्तविक पैमाने पर धन की आवश्यकता है।
मस्क की ओर से अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को की एक अदालत में दायर मुकदमा, ओपनएआई के नवीनतम प्राकृतिक भाषा मॉडल जीपीटी -4 के इर्द-गिर्द घूमता है। मस्क ने आरोप लगाया कि ओपनएआई और माइक्रोसॉफ्ट (जिसने सैम ऑल्टमैन द्वारा संचालित कंपनी में अरबों डॉलर का निवेश किया है) ने इस बात पर सहमति व्यक्त करने के बावजूद कि कृत्रिम सामान्य बुद्धिमत्ता (एजीआई) क्षमताएं गैर-लाभकारी और मानवता के लिए समर्पित रहेंगी के बावजूद अनुचित तरीके से जीपीटी -4 को लाइसेंस दिया है। खोसला ने कहा कि ये मुकदमे एजीआई तक पहुंचने के लक्ष्यों और इसके लाभों से ध्यान भटकाने वाले हैं।
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(यरुशलेम)एयर इंडिया, इटली की आईटीए ने इजरायल के लिए उड़ानें फिर से की शुरू
यरुशलेम ,04 मार्च । एयर इंडिया और इटली की इटालिया ट्रैस्पोर्टो एरियो (आईटीए) ने इजरायल के लिए अपनी उड़ानें फिर से शुरू कर दीं है। एयर इंडिया ने अपने बयान में बताया कि एयर इंडिया ने दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और तेल अवीव के पास बेन गुरियन हवाई अड्डे के बीच मार्ग पर अपनी उड़ानें आंशिक रूप से फिर से शुरू कर दीं। इसके अलावा, इटालियन एयरलाइन ने रोम के फिमिसिनो हवाई अड्डे और तेल अवीव के बीच तीन साप्ताहिक उड़ानों के साथ इजरायल में अपना परिचालन फिर से शुरू किया।
आईटीए ने एक बयान में बताया कि इतालवी और इजरायली अधिकारियों के सहयोग से ही तेल अवीव तथा रोम के बीच उड़ानें फिर से शुरू कर सके।हाल ही में, तीन अन्य प्रमुख एयरलाइंस, ब्रिटिश एयरवेज, स्पेन की इबेरिया और डच एयरलाइन केएलएम ने एक अप्रैल को इजरायल के लिए अपनी उड़ानें फिर से शुरू करने की घोषणा की है। गौरतलब है कि, पिछले साल अक्टूबर में इजरायल-हमास संघर्ष के फैलने के बाद उड़ानें निलंबित कर दी गयी थी।
(नई दिल्ली)उद्योग संस्था ने कहा, प्ले स्टोर पर ज्यादातर ऐप्स की वापसी होनी बाकी
नई दिल्ली ,04 मार्च । इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) ने कहा कि गूगल ने प्ले स्टोर से हटाए गए ज्यादातर ऐप्स की फिर से वापसी नहीं की है।
एसोसिएशन ने इस पर चिंता जताई। एसोसिएशन का कहना है कि वह ऐसे कठोर कदमों को अनुचित और अनुपातहीन मानता है, भले ही कानूनी प्रक्रियाएं अभी भी जारी हैं।
गूगल ने मैट्रिमोनी और शादी डॉट कॉम समेत प्रमुख भारतीय डिजिटल कंपनियों के 12 से अधिक ऐप्स को प्ले स्टोर से डीलिस्टेड कर दिया था। गूगल ने 10 डेवलपर्स के खिलाफ यह कार्रवाई तब की, जब उन्होंने अन्य ऐप स्टोर की भुगतान नीतियों का पालन करने के बावजूद इसकी भुगतान नीति का पालन करने से इनकार कर दिया।
गूगल ने प्ले स्टोर से स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ऑल्ट, स्टेज और अहा; डेटिंग ऐप ट्रूली मैडली और क्वैक क्वैक; ऑडियो कंटेंट प्लेटफॉर्म कुकू एफएम; सोशल नेटवर्किंग ऐप एफआरएनडी जैसे ऐप्स को हटा दिया था।
रिपोर्ट के अनुसार, आलोचना का सामना करने के बाद टेक दिग्गज ने कुछ ऐप्स जैसे शादी.कॉम, इंफो एज की नौकरी डॉट कॉम, 99एकड़ और नौकरी गल्फ और अन्य को बहाल कर दिया है, लेकिन कई अन्य अभी भी डिलिस्टेड हैं।
उद्योग संस्था ने कहा, ऐसे उपाय गूगल द्वारा अन्य देशों में अपनाई जाने वाली पद्धति के विपरीत और भेदभावपूर्ण हैं। उन देशों में उसने ऐप्स डेवलपर्स के साथ नरम रुख अपनाया है।
उद्योग संस्था ने आगे कहा, यह कहने की जरूरत नहीं कि भारतीय तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने और अनुकूल शर्तें प्रदान करने की जरूरत है, जो भारतीय बाजार की गतिशीलता के अनुरूप हों और देश में एक खुले इंटरनेट पारिस्थितिकी तंत्र की वृद्धि और विकास का समर्थन करें।
केंद्रीय आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा था, उन्होंने गूगल को अगले सप्ताह एक बैठक के लिए बुलाया है।
उन्होंने कहा था, मुझे उम्मीद है कि गूगल अपने दृष्टिकोण में उचित होगा। हमारे पास एक बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है और उनके हितों की रक्षा करना महत्वपूर्ण है। हम अपने स्टार्टअप इकोसिस्टम की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे। मुझे भरोसा है कि गूगल इस मामले पर उचित तरीके से विचार करेगा।आईएएमएआई ने सरकार की सक्रिय प्रतिक्रिया और समस्या को हल करने में मदद करने की प्रतिबद्धता की सराहना की। साथ ही आईएएमएआई ने फिर से गूगल से ऐप्स बहाल करने और उन्हें प्ले स्टोर पर फिर से सूचीबद्ध करने का आग्रह किया।