चंडीगढ़ (आरएनएस)। पश्चिम बंगाल में भाजपा नेताओं की तरफ से एक सिख आईपीएस अधिकारी से किए गए व्यवहार को शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंध समिति (एसजीपीसी) प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने निंदनीय करार दिया है। धामी ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्सÓ पर लिखा कि सिख आईपीएस अधिकारी जसप्रीत सिंह का पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी नेताओं की तरफ से चरित्र हनन का प्रयास निंदनीय है। उन्होंने लिखा है कि ऐसी सोच वाले नेताओं को यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि सिख ने देश की आजादी और सुरक्षा के लिए सर्वाधिक बलिदान किए हैं। सिखों को किसीसे प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है, वह देश के लिए कार्य करना जानते हैं और साथ ही अपनी परंपराओं और रीति-रिवाजों का पालन करना भी।
उन्होंने कहा कि बड़ा सवाल यह है कि ऐसे लोग जानबूझ कर देश में नफरत का माहौल पैदा करना चाहते हैं लेकिन सरकारें चुप रहती हैं। ऐसा माहौल बनाने वालों को सजा मिलनी चाहिए ताकि अलग-अलग क्षेत्रों में ईमानदारी से अपना कार्य करने वाले लोग इस तरह की नफरत का निशाना न बनें। सोशल मीडिया में वाइरल विडिओ में देखा जा सकता है कि आईपीएस अधिकारी खालिस्तानी करार दिए जाने पर भाजपा नेताओं से कह रहे हैं कि क्या उन्होंने पगड़ी पहन रखी है इसलिए उन्हें खालिस्तानी कहा जा रहा है?
(चंडीगढ़)पंजाब के राज्यपाल का सीमावर्ती जिलों का दौरा स्थगित
चंडीगढ़ (आरएनएस)। पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित का 20 फरवरी से 23 फरवरी तक निर्धारित राज्य के सीमावर्ती जिलों का दौरा संबंधित अधिकारियों के अनुरोध पर स्थगित कर दिया गया है। यह दौरा अब 12 मार्च से 14 मार्च, 2024 तक होगा। बनवारी लाल पुरोहित, पंजाब के सीमावर्ती जिलों के लोगों के साथ जुडऩे के लिए पूर्ण प्रतिबद्ध हैं और वह अपने आगामी दौरे के दौरान सीमावर्ती जिलों के निवासियों और अधिकारियों से मिलेंगे। संशोधित कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी यथासमय सूचित की जाएगी। गौरतलब है कि, राज्यपाल को पठानकोट, गुरुदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का के सीमावर्ती जिलों का दौरा करके केंद्रीय एजेंसियों और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठकें करनी थीं।