
- जिला परिषद सदस्य सतवंती देवी एवं भाजपा नेता अशोक पुराने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की
प्रेम कुमार साहू की रिपोर्ट,
गुमला/घाघरा:- थाना क्षेत्र के नवडीहा स्थित अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के चुंदरी गॉव निवासी कक्षा 5 वीं का छात्र द्रविड उरांव 13 वर्ष ने शनिवार को करीब 10 बजे रात्रि में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। द्रविड ने कमरे में लगे पंखे में चादर के टुकड़े के सहारे फांसी लगाई। द्रविड को पंखे से लटके हुवे सबसे पहले स्कूल के ही 10 वीं का छात्र रितेश उरांव ने देखा। रितेश ने बताया कि पुराने भवन में अवस्थित शौचालय की मरम्मती होने के कारण वह नए भवन स्थित शौचालय में शौच के लिए जा रहा था और बाल्टी ढूढ़ने के क्रम में वह द्रविण के कमरे को खोलना चाहा लेकिन वह नही खुला जिसपर रितेश ने दरवाजा को जोड़ से धक्का दिया तो दरवाजा अंदर से बंद होने के वावजूद खुल गया और रितेश ने द्रविड को सीलिंग फैन से लटके देखा।

उसने तुरंत आस पास के कमरे के लड़कों की घटना की जानकारी दी और शिक्षकों को भी घटना की सूचना दी गयी। शिक्षकों ने घटना की जानकारी घाघरा थाना को दी और नियुक्त मजिस्ट्रेट रंजीत कुमार की उपस्थिति में रात्रि में ही शव को पंखे से उतारा गया और मृतक के कमरे को शील कर दिया गया। वही होस्टल इंचार्ज एलिजावेथ खलखो से दूरभाष पर बात करने पर बताया कि 10 जनवरी को द्रविड अपने बहन के जन्मदिन पर घर गया था और उसके जीजा ने उसे 11 जनवरी को स्कूल पहुचा दिया था। नए हॉस्टल भवन में कमरे खाली होने के कारण कमरों में चार पांच बच्चे ही रहा करते थे जबकि द्रविड अकेले रहने की बात करते हुवे कमरे में विगत कुछ दिनों से अकेले ही रहता था। बता दें कि द्रविड शनिवार को रात्रि में खाना खाने भी नही गया था ऐसा प्रतीत होता है कि द्रविड खाना खाने का समय करीब आठ साढ़े आठ बजे के करीब ही फांसी लगा लिया हो।

द्रविड के पिता सुमेश उरांव की मृत्यु कोरोना काल मे ही हो गयी थी। इधर रविवार को द्रविड का शव पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल गुमला भेज दिया। निर्मम मौत से चुंदरी गॉव के सैकड़ो महिला पुरुष रविवार को थाना पहुचे थे। वही मामले की जांच में जुटी पुलिस।