मेदिनीनगर/पलामू:-किसान आगे बढ़ेगा तभी राज्य और देश भी आगे बढेगा। इस संकल्प के साथ किसानों- पशुपालकों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज पलामू में राज्य का सातवां अत्याधुनिक डेयरी प्लांट राज्यवासियों को समर्पित करते हुए ये बातें कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह डेयरी यहां के किसानों – पशुपालकों के जीवन में बदलाव लाने में वरदान साबित होगा।
किसान अपने पैरों पर खड़ा हो सकें
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान अपने पैरों पर खड़े हो सकें। इनकी आमदनी में इजाफा हो। ये बेहतर तरीके से जीवन यापन कर सकें। इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने किसानों पशुपालकों से कहा कि आप सरकार की योजनाओं से जुड़कर इसका लाभ ले और राज्य को भी मजबूती देने में योगदान करें। आप एक कदम आगे बढ़ेंगे तो सरकार आपको चार कदम आगे बढ़कर सहयोग करेगी।
जलवायु परिवर्तन से बढ़ रही चुनौतियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हो रहे जलवायु परिवर्तन से हमारी चुनौतियां भी बढ़ रही है। इसका इससे सबसे ज्यादा किसान प्रभावित हो रहे हैं । मौसम में आ रहे इस बदलाव से कहीं बाढ़ आ रहा है तो कहीं सुखाड़ की स्थिति पैदा हो रही है। इस वजह से फसल उत्पादन प्रभावित हो रही है। अगर हम अभी सचेत नहीं हुए तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने की लिए तैयार रहना होगा। ऐसे में वैकल्पिक खेती और इससे जुड़े अन्य कार्यों की दिशा में आगे आगे आना होगा । इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं भी शुरू की है । आप इस योजनाओं से जुड़े और खुद को जलवायु परिवर्तन के बीच खुद को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएं।
बिरसा हरित ग्राम योजना का लाभ लें
मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम में जिस तरह की अनिश्चिता बनी रहती है , उसको देखते हुए सरकार ने बिरसा हरित ग्राम योजना शुरू की है। किसान इस योजना से जुडें और अपनी जमीन में विभिन्न प्रकार के फलदार पेड़ लगाएं। इसके लिए सरकार की ओर से आपको पेड़ लगाने के साथ पेड़ बचाने के लिए भी सरकार आर्थिक मदद कर रही है। इस योजना का लाभ लेकर आप कृषि के साथ-साथ फलों से भी अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं।
पशुधन को दे रहे हैं बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड जैसे राज्य में किसानों के लिए पशु काफी मायने रखती है । ऐसे में किसानों को पशुधन से समृद्ध करने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री पशुधन योजना शुरू की है । इसके तहत 90 प्रतिशत सब्सिडी पर किसानों- पशुपालकों को पशु दिए जा रहे हैं । इतना ही नहीं, पशु शेड के लिए भी सरकार आर्थिक मदद कर रही है। इस योजना का मकसद किसानों को पशुपालन से जोड़कर उनकी आय को बढ़ाना है।
दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने किसानों पशुपालकों को कहा कि सरकार डेयरी प्लांट खोल सकती है , लेकिन इसे चलाने का जिम आपका है आप जितना ज्यादा दूध इस प्लांट को उपलब्ध कराएंगे उतना ही ज्यादा दुग्ध और दुग्ध उत्पाद यहाँ तैयार होंगे। इससे न सिर्फ यह डेयरी प्लांट मजबूत होगा, बल्कि आपको भी फायदा बढेगा। उन्होंने कहा की जरूरत पड़ी तो यहां और भी डेयरी प्लांट खोले जाएंगे।
वन उपजों को बाजार उपलब्ध कराएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि और वन उपजों की दृष्टिकोण से झारखंड काफी समृद्ध है। ऐसे में यहां के वन उपजों को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है । इस दिशा में सिदो कान्हू कृषि एवं वनोपज फेडरेशन गठन किया गया है। इसके जरिए कृषि और वन उपज को बाजार भी उपलब्ध कराया जाएगा तथा इसका एमएसपी भी तय होगा। इसके माध्यम से किसानों को अपने इन उत्पादों का उचित मूल्य मिल सकेगा।
पशुपालकों को दूध पर 3 रुपए प्रति लीटर दी जा रही प्रोत्साहन राशि
ज्ञात की राज्य सरकार के द्वारा दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पशुपालकों को दूध पर 3 रूपये प्रति लीटर की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसी के तहत मुख्यमंत्री ने यहां के किसानों/ पशुपालकों के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में 21 करोड़ 90 लाख रुपये का चेक झारखंड मिल्क फेडरेशन के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार सिंह को सौंपा। सरकार से प्राप्त अनुदान राशि को किसानों के बीच झारखंड मिल्क फेडरेशन द्वारा वितरित किया जाएगा। यह 1 अप्रैल 2023 से प्रभावी होगा।
25 हज़ार किसानों- पशुपालकों कों होगा फायदा
पलामू का मेधा डेयरी प्लांट राज्य का सातवां डेयरी प्लांट है। लगभग 28 करोड रुपए की लागत से निर्मित इस अत्याधुनिक डेयरी प्लांट से लगभग 25 हज़ार किसानों- पशुपालकों को सीधा फायदा होगा। इस डेयरी की वर्तमान में प्रतिदिन 50 हजार लीटर दूध की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग की क्षमता होगी, जिसे एक लाख लीटर प्रतिदिन तक बढ़ाया जा सकेगा। यहां दूध के स्टोरेज और प्रोसेसिंग के लिए चार मिल्क सायलो लगाया गया है। इस डेयरी प्लांट का संचालन झारखंड मिल्क फेडरेशन करेगा।
डेयरी प्लांट की स्थापना से रोजगार का अवसर हुआ प्राप्त: रामेश्वर उरांव
योजना-सह-वित्त विभाग के मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि मेधा डेयरी प्लांट के स्थापित होने से रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। दूध का व्यापार बढ़ेगा और किसानों की आमदनी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि पलामू में पलाश, लाह और महुआ अर्थव्यवस्था का आधार है। इस व्यवस्था को सरकार पुनर्जीवित करने के लिए प्रयत्नशील है। उन्होंने मुख्यमंत्री से डेयरी प्लांट में तकनीकी पदों को छोड़कर अन्य पदों पर स्थानीय लोगों को रोजगार देने का अनुरोध किया।
वैकल्पिक व्यवस्था के तहत डेयरी प्लांट की स्थापना :श्री बादल
कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री श्री बादल ने मेधा डेरी प्लांट के उद्घाटन को पलामू प्रमंडल के लिए ऐतिहासिक बताया उन्होंने कहा कि सरकार ने दूध उत्पादन के लिए जो सपना देखा था, वह पूरा हो रहा है। राज्य में ढाई लाख लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। इसे बढ़ाकर 5 लाख किए जाने की योजना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पशुधन योजना के माध्यम से किसान भाइयों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि पर प्रकृति की मार पड़ रही है। ऐसे में सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत डेयरी प्लांट की स्थापना की है। उन्होंने सरकार द्वारा पशुपालकों को प्राप्त होने वाले अनुदान के संबंध में जानकारी दी।
डेयरी प्लांट की स्थापना से गौ पालन का होगा विकास : उपायुक्त
पलामू उपयुक्त शशि रंजन ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि डेयरी प्लांट की स्थापना से ग्रामीण विकास की नई गाथा लिखी जा रही है। उन्होंने कहा कि डेयरी प्लांट की स्थापना से गौ पालन का विकास होगा। इससे गोबर भी प्राप्त होंगे। इसके लिए गोबर गैस संयंत्र स्थापित किया जाएगा। गौ-पालन से रोजगार का अवसर मिलेगा और किसान नई दिशा और दशा तय कर पाएंगे। उपायुक्त ने सरकार द्वारा पलामू में डेयरी प्लांट स्थापित किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया।
किसान बंधुओं तथा बेरोजगार युवाओं के लिए वरदान साबित होगा प्लांट: एमडी
कार्यक्रम में झारखंड राज्य मिल्क फेडरेशन के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने बताया कि मेधा डेयरी प्लांट पूरे राज्य एवं विशेष कर पलामू एवं आसपास के जिलों के किसान बंधु तथा बेरोजगार युवाओं के लिए वरदान साबित होगा। जिले में अपनी डेयरी होने से इस व्यवसाय एवं व्यवसाय से जुड़े किसानों को पहचान मिलेगी। वहीं पलामू एवं आसपास के जिलों में गव्य विकास को एक नई गति मिलेगी। उन्होंने बताया कि मेधा डेयरी दूध क्रय के अतिरिक्त नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) के मार्गदर्शन में गोबर खाद प्रबंधन योजना की शुरुआत की है। वहीं एक त्वरित नस्ल सुधार कार्यक्रम का भी सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत इन विट्रो फर्टिलाइजेशन तकनीक के द्वारा चुने हुए गायों में अच्छे नस्ल का भ्रूण प्रत्यारोपण किया जाता है, जिसके फलस्वरुप नस्ल सुधार कार्यक्रम को गति मिल रही है तथा राज्य के किसान इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।
मेधा डेयरी प्लांट के उद्घाटन के मौके पर उक्त अतिथियों के अलावा मनिका विधायक रामचंद्र सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे, कृषि सचिव श्री अबू बकर सिद्दीक, पलामू के प्रमंडलीय आयुक्त श्री मनोज जायसवाल, पुलिस महानिरीक्षक श्री राजकुमार लकड़ा, उपायुक्त श्री शशि रंजन, पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन, मेधा डेयरी प्लांट के प्लांट एवं प्रोडक्ट हेड उमाशंकर सिंह, उपनिदेशक जनसंपर्क आनंद आदि कई अधिकारी, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, पशुपालक किसान एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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