अभियान के तहत एल्बेंडाजोल एवं डीईसी की खिलाई जा रही दवा
साहेबगंज:- जिले में एमडीए कार्यक्रम (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) 10 फरवरी 25 फरवरी तक चलाया जा रहा है।कार्यक्रम के अंतर्गत सभी को फाइलेरिया से बचाव के लिए एल्बेंडाजोल एवं डी0ई0सी की दवा खिलाई जा रही है।इसके तहत प्रथम चरण में बूथ लेवल एक्टिविटी के माध्यम से दवा खिलाई गयी। बूथ लेवल एक्टिविटी सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों, पीएचसी, सीएचसी में 10 फ़रवरी को संचालित हुई एवं द्वितीय चरण में घर-घर जाकर 25 फ़रवरी दवा खिलाई जा रही है।इस अभियान में जिला के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत आने वाली 1819 गांवों के 267441 घरों को कवर किया जा रहा है।इन घरों की 1324115 लोगों को दवा सेवन कराने का लक्ष्य रखा गया है।दवा सेवन अभियान के लिए जिला में 1831 बूथ बनाये गये हैं. अभियान में 3420 स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया गया है। इसमें 334 सुपरवाइजरों को दवा सेवन कार्यों के अनुश्रवण की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

साथ ही दवा की आपूर्ति की जा चुकी है।वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक संध्या को इवनिंग ब्रीफिंग के माध्यम से यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि इस मानस एडमिनिस्ट्रेशन अभियान की पहुंच गांव-गांव तक हो रही है लोग इसे लेकर कितने गंभीर हैं एवं यह भी सुनिश्चित कराया जा रहा है कि स्वास्थ्य कर्मी अपनी उपस्थिति में ही लोगों को दवा खिला रहे हैं अभी तक इसमें कितनी प्रगति हुई है इसके लिए जिला स्तर पर सभी प्रवेक्षको को तथा सभी ब्लॉक स्तर पर सीएचसी में डीए को प्रशिक्षण भी दिया गया है। स्वास्थ्यकर्मियों को दवा सेवन कराने का प्रशिक्षण में सहयोगी संस्था पीसीआई और पीरामल द्वारा भी सहयोग दे रहें हैं।
सभी योग्य लाभुकों को स्वास्थ्यकर्मी अपने सामने ही दवा का सेवन कराना भी ब सुनिश्चित कर रहे हैं। बता दें कि मास ड्रग एडमिनिस्ट्रशेन अभियान में दो प्रकार की दवा का सेवन कराया जायेगा. इनमें डीईसी और अल्बेंडोजोल को शामिल किया गया है।फाइलेरिया के कृमि होने पे दवा सेवन के बाद मामूली चक्कर, उल्टी,बुखार,सर दर्द या बदन दर्द जैसे लक्षण नजर आ सकते है,यह दिखाता है कि परजीवी मर रहे है। इसलिए इस एमडीए कार्यक्रम में निश्चित रूप से दवा का सेवन करें एवं अन्य लोगों को भी दबा के सेवन का प्रति प्रेरित करें।यदि दवा सेवन के बाद सरदर्द, उल्टी और बुखार जैसी परेशानियां होती है तो यह फाइलेरिया संक्रमण का संकेत है।दवा खाने के बाद आपके शरीर में मौजूद फाइलेरिया कृमि के मरने के कारण यह प्रतिक्रिया हुई थी। अगली बार दवा खाने पर ऐसी प्रतिक्रिया नहीं होने की संभावना है।दवा का सेवन स्वास्थ्यकर्मियों के सामने ही करना है। यह दवा उम्र के अनुसार ही आकलन कर दी जाती है।दवाईयां भारत सरकार के मापदंड पर खरी होती हैं।सिविल सर्जन ने जिलावासियों से फाइलेरिया से बचाव की दवा सेवन करने की अपील की।सिविल सर्जन डॉ अरविंद कुमार की अध्यक्षता में एमडीए कार्यक्रम की संध्याकालीन समीक्षा बैठक भी कल आयोजित की गई। जिसमे टीवी ऑफिसर डॉ रंजन कुमार भी शामिल हुए।पीसीआई जिला समन्वयक अभिषेक कात्यायन ने बताया की सभी सुपरवाइजर को एडीआर से निपटने के लिए उल्टी,बुखार,पेट दर्द और ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाए। जिसके बाद सीएस सर ने सभी प्रखंडों को तत्काल दवा खरीदने का आदेश दिया जो की आज उपलब्ध हो गई । वीबीडीसी डॉ सत्ती बाबू ने बताया की सदर में अभी भी दवा खाने को लेकर लोग इनकार कर रहे है जिसके लिए पीसीआई पीरामल टीम को लोगो को जागरूक करने का निर्देश दिया गया। कल एमडीए तथा आईआरएस को लेकर सीएस की अध्यक्षता में एक बैठक भी बुलाई गई है।अभी तक साहेबगंज जिला में लगभग 4 लाख लोगो ने एमडीए की दवा का सेवन किया है, जबकि 1324115 लक्षित आबादी को दवा का सेवन करवाना है। इस बैठक में पीरामल प्रोग्राम लीडर अजय केशरी,अमित,मोशहिद,परवेज तथा सभी जिला सुपरवाइजर उपस्थित रहे।