संवाददाता प्रेम कुमार साहू
घाघरा/गुमला:- घाघरा प्रखंड के ग्राम गम्हरिया एवं नवडीहा में दुर्गा पूजा समिति के द्वारा द्वारा भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया। इस दौरान श्रद्धा और उत्साह से ओतप्रोत सैकड़ों महिलाएं और बच्चियां पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुईं।
यात्रा के दौरान पूरे क्षेत्र का वातावरण देवी मां के जयकारों और ढोल-नगाड़ों की गूंज से भक्तिमय बन गया।नवडीहा दुर्गा पूजा समिति की कलश यात्रा मंदिर परिसर से शुरू हुई। भक्तजन सिर पर कलश लेकर शोभायात्रा की शक्ल में अड़िया नदी तक पहुंचे वहां आचार्य नीलेश मणि पाठक ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलशों में पवित्र जल भरवाया। इसके बाद यात्रा पुनः मंदिर परिसर लौटी, जहां कलशों को स्थापित कर विधिवत पूजन की शुरुआत की गई।
इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण भी शामिल रहे और माता रानी के जयकारे लगाते हुए वातावरण को भक्तिमय बना दिया।वही गम्हरिया दुर्गा पूजा समिति की कलश यात्रा भी मंदिर परिसर से प्रारंभ हुई। शोभायात्रा जब केला झरिया नदी पहुंची, तो वहां श्रद्धालुओं ने कलश में पवित्र जल भरा। तत्पश्चात कलश यात्रा पुनः मंदिर परिसर लौटी, जहां पूजा-अर्चना आरंभ की गई। आयोजन में महिलाओं और बच्चियों की भारी उपस्थिति ने यात्रा को और भी विशेष बना दिया।
कलश यात्रा के दौरान महिलाओं ने मंगल गीत गाए और बच्चियों ने परंपरागत नृत्य प्रस्तुत कर माहौल को और भी उल्लासपूर्ण बना दिया। आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि नवरात्रि के अवसर प्रत्येक वर्ष कलश यात्रा का आयोजन किया जाता है। साथ ही मंदिर परिसर में आकर्षक सजावट की गई है, जिससे भक्तजन मां दुर्गा के दर्शन कर आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकें।वही दरिद्रनारायण सेवा केंद्र में देवी कृपा दुख निवारण अनुष्ठान का आयोजन भी किया गया इस दौरान कलश यात्रा निकाली गई कलश यात्रा देवकी डैम पहुंच कलश में जल भरी किया।
इस तरह नवडीहा और गम्हरिया नवाडीह तीनों जगह निकली कलश यात्राओं ने न केवल धार्मिक आस्था को सशक्त किया, बल्कि सामाजिक एकता और उत्साह का भी अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।मौके पर सैकड़ो की संख्या में महिलाएं बच्चियां व पुरुष शामिल हुए।