गोमिया।झारखंड में कुड़मी (कुरमी) समाज ने अपनी वर्षों पुरानी मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर शनिवार से कुड़मी समाज ने अनिश्चितकालीन रेल टेका आंदोलन शुरू कर दिया है। आंदोलन का असर झारखंड ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी दिख रहा है। तीनों राज्यों के करीब 100 रेलवे स्टेशनों पर कुड़मी संगठनों ने रेल परिचालन पूरी तरह ठप करने का ऐलान किया है। आंदोलनकारी साफ कह रहे हैं कि जब तक सरकार से ठोस आश्वासन नहीं मिलता, यह आंदोलन जारी रहेगा।
गोमिया प्रखंड क्षेत्र के जागेश्वर विहार रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में महिला-पुरुष कुड़मी समाज के लोग रेलवे ट्रैक पर उतर आए। आंदोलन का नेतृत्व गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी और गोमिया विधायक लम्बोदर महतो कर रहे हैं। आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक पर बैठकर जोरदार नारेबाजी कर रहे हैं और कह रहे हैं कि किसी भी हाल में कोई ट्रेन यहां से नहीं गुजरने देंगे। उनका स्पष्ट कहना है कि कुड़मी समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलना ही चाहिए, क्योंकि समाज के लोग लंबे समय से इसकी मांग कर रहे हैं।
रेल रोको आंदोलन के कारण गोमो-बरकाकाना रेलखंड पर परिचालन पूरी तरह ठप हो गया है। कई यात्री ट्रेनें जहां-तहां खड़ी हैं और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, मालगाड़ियों का परिचालन भी प्रभावित हुआ है। रेलवे प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया है।
आंदोलन के मद्देनजर प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। जागेश्वर विहार रेलवे स्टेशन और गोमिया रेलवे स्टेशन परिसर में सुरक्षा बल की भारी तैनाती की गई है। किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए डीएसपी प्रशांत कुमार, महुआ टांड़ थाना प्रभारी कृष्णा कुमार कुशवाहा, ललपनिया थाना प्रभारी शशि शेखर, जीआरपी के भीम राम, सीओ आफताब आलम, गोमिया सर्किल इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार, गोमिया थाना प्रभारी रवि कुमार, आईईएल थाना प्रभारी प्रफुल महतो और तेनुघाट ओपी प्रभारी छटन महतो खुद हालात पर नजर रखे हुए हैं।