20 सितंबर को जिला स्कूल मैदान में होगा ऐतिहासिक आयोजन, शामिल होंगे मंत्री, विधायक व पद्मश्री कलाकार
रांची।
झारखंड ऑफिसर्स, टीचर्स एंड इम्प्लाइज फेडरेशन (झारोटेफ) द्वारा राज्य कर्मियों की ज्वलंत मांगों के समर्थन में आयोजित कर्मचारी संकल्प महासम्मेलन की तैयारी पूरी हो चुकी है। यह सम्मेलन 20 सितंबर को रांची जिला स्कूल मैदान में होगा, जिसमें पूरे राज्य से लगभग 50 हजार सरकारी कर्मचारियों के जुटने का अनुमान है।
प्रांतीय अध्यक्ष विक्रांत कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सम्मेलन में राज्य सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक समेत कई गणमान्य लोग शामिल होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पद्मश्री मुकुंद नायक व पद्मश्री मधु मांसूरी की टीम प्रस्तुति देगी, साथ ही विभिन्न जिलों से आए कलाकार छऊ और पाईका नृत्य प्रस्तुत करेंगे। जिलों से आने वाले वाहनों के लिए चार पार्किंग स्थल चिन्हित किए गए हैं।
झारोटेफ की 11 सूत्री चार्टर्ड ऑफ डिमांड में एमएसीपी (MACP), सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष, और शिशु शिक्षण भत्ता प्रमुख मुद्दे हैं। संगठन ने इन मांगों के समर्थन में चरणबद्ध आंदोलन चलाया था—हस्ताक्षर महाभियान, ध्यानाकर्षण रैली, जन समर्थन रैली और कर्मचारी शक्ति समागम—जिनके बाद अब अंतिम चरण में यह महासम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।
प्रांतीय मुख्य सलाहकार सुनील कुमार ने कहा कि “चार चरणों का आंदोलन सफल रहा है। अब यह पांचवां चरण झारखंड के कर्मचारी आंदोलनों के इतिहास में अभूतपूर्व साबित होगा।”
महासम्मेलन में शिक्षा, पुलिस, सचिवालय, सहकारिता, आईटीआई, वनरक्षी, जनसेवक, पशुपालन, विद्युत सहित सभी विभागों के कर्मचारी एवं पदाधिकारी शामिल होंगे।
गौरतलब है कि शिक्षकों को MACP देने का वादा झामुमो ने अपने 2024 विधानसभा चुनावी घोषणापत्र में किया था, वहीं शिशु शिक्षण भत्ता पर सरकार ने विधानसभा में सैद्धांतिक सहमति जताई थी। कई राज्यों में सेवानिवृत्ति आयु 62 से 65 वर्ष तक की जा चुकी है, ऐसे में झारखंड में भी इसे 62 वर्ष करना जनहित व राज्यहित दोनों में माना जा रहा है।
यह जानकारी झारोटेफ के मीडिया प्रभारी सुमित नंद, डॉ. शिवानंद कांशी और दिलीप कुमार राय ने दी।