पंकज कुमार यादव,
सरयू। सरयू प्रखंड के चोरहा पंचायत अंतर्गत ग्राम नइकी डबरी गांव निवासी कामेश्वर सिंह (20 वर्ष), पिता जितेंद्र सिंह, मजदूरी के लिए दिनांक 03/08/2025 को ट्रेन से गोवा जाने के लिए घर से निकले थे। लेकिन दुर्भाग्यवश 06/08/2025 को बंगलोर रेलवे स्टेशन पर चलते ट्रेन से गिर जाने से उन्हें गंभीर चोटें आईं।
स्थानीय प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए कामेश्वर सिंह को कर्नाटक स्थित वेन लॉक हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहाँ उनका इलाज पिछले एक महीने से जारी है। चोट के कारण उनका दाहिना हाथ टूट चुका है और फिलहाल वह उठने-बैठने में असमर्थ हैं। डॉक्टरों ने ₹30,000 जमा कराने के बाद ही इलाज जारी रखने की शर्त रखी है।
इसके अलावा, इलाज पूरा न होने पर उन्हें घर भेजने की बात कही गई है।आर्थिक रूप से बेहद कमजोर पिता जितेंद्र सिंह किसी से मदद नहीं मांग सके और मजबूरी में मीडिया के माध्यम से राज्य सरकार से मदद की अपील की है। उन्होंने बताया,मैं अपने बेटे की हालत देखकर बेहद व्यथित हूँ। हमारे पास ₹30,000 जमा करने की स्थिति नहीं है। मैंने मीडिया के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया है कि मेरे बेटे को रांची स्थित रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया जाए, ताकि उसे बेहतर इलाज मिल सके।
“अब तक इस अपील पर कोई ठोस पहल नहीं की गई है। परिवार की उम्मीदें सरकार पर टिकी हैं कि शीघ्र ही उचित कदम उठाकर कामेश्वर सिंह को आवश्यक इलाज मुहैया कराया जाएगा। आशा है कि राज्य सरकार इस पुकार को गंभीरता से स्वीकार करेगी और गरीब मजदूर परिवार को संकट से उबाररने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी