देवघर:
सावन माह में देवघर में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की तैयारियां प्रारंभ हो चुकी हैं। मेला क्षेत्र में स्वच्छता बनाए रखने और प्रशासनिक शिविरों में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से देवघर नगर निगम द्वारा सफाई कर्मियों की नियुक्ति के लिए टेंडर जारी किया गया है।
नगर निगम द्वारा जारी टेंडर के अनुसार, इस वर्ष श्रावणी मेले के दौरान कुल 1150 सफाई कर्मियों की आवश्यकता बताई गई है। इन कर्मियों की नियुक्ति मेले की अवधि में साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए की जाएगी। टेंडर जमा करने की अंतिम तिथि 31 मई 2025 निर्धारित की गई है। इच्छुक एजेंसियों से अपेक्षा की गई है कि वे समय रहते आवेदन करें ताकि नियुक्ति प्रक्रिया सुचारू रूप से पूर्ण की जा सके।
हालांकि, नगर निगम द्वारा जारी टेंडर दस्तावेजों में एक महत्वपूर्ण जानकारी का उल्लेख नहीं किया गया है, जिससे संभावित निविदाकारों के बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। टेंडर में सफाई कर्मियों की मजदूरी दर स्पष्ट नहीं की गई है। यह स्थिति इसलिए भी असामान्य मानी जा रही है क्योंकि पिछले वर्ष निगम ने टेंडर दस्तावेजों में प्रति सफाई कर्मी की मजदूरी स्पष्ट रूप से उल्लेखित की थी, जिससे एजेंसियों को अपनी योजना तैयार करने में सुविधा होती थी।
इस बार मजदूरी दर के अभाव में कई एजेंसियों को संशय है कि वे अपने व्यय और लाभ का आकलन कैसे करें। इससे टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने को लेकर उनकी उत्सुकता प्रभावित हो सकती है।
नगर निगम के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मजदूरी दर पर निर्णय उच्चस्तर पर लंबित है और जल्द ही इस पर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मेले में स्वच्छता व्यवस्था को प्राथमिकता दी जा रही है और कार्य की निगरानी के लिए विशेष टीम भी गठित की जाएगी।
श्रावणी मेला देवघर का सबसे बड़ा आयोजन होता है, जिसमें देशभर से लाखों श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में सफाई व्यवस्था का बेहतर होना अत्यंत आवश्यक है।