लातेहार। जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र के हामी गांव में 15 वर्षीय किशोर दुर्गेश महतो की करंट लगने से मौत हो गई। घटना सोमवार शाम की है जब वह घर से बाहर घूमने निकला था। रातभर परिजन उसकी खोजबीन करते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। मंगलवार सुबह गांव के कुछ लोग महुआ चुनने खेतों की ओर गए, तो उन्होंने दुर्गेश का शव देखा।
ग्रामीणों ने तुरंत परिजनों को सूचना दी। घटनास्थल के पास से 11 हजार वोल्ट का बिजली का तार गुजर रहा था, जो काफी नीचे लटक रहा था। आशंका है कि किशोर इसी तार के संपर्क में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस खबर से परिवार में मातम पसर गया, माता-पिता और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप
पूर्व प्रमुख वाल्टर कुजूर और मुखिया प्रदीप बड़ाइक सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि 11 हजार वोल्ट का यह बिजली तार काफी पुराना और जर्जर हो चुका था। यह तार दस साल पहले लगाया गया था और तब से इसकी मरम्मत नहीं हुई थी, जिससे यह झूलने लगा था। ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया।
मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम
किशोर की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने शव के साथ लोध फॉल मुख्य सड़क को जाम कर दिया। वे बिजली विभाग के अभियंता को घटनास्थल पर बुलाने और मृतक के परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। जाम के कारण लोध फॉल जा रहे पर्यटकों को काफी परेशानी हुई।
करीब पांच घंटे तक चले इस प्रदर्शन के बाद डीएसपी शिवपूजन बहेलिया और सतोष बैठा मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया और तत्काल 20 हजार रुपये की नकद आर्थिक सहायता दी। साथ ही सरकारी प्रावधान के अनुसार पांच लाख रुपये तक मुआवजा देने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटाया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए लातेहार भेज दिया है। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने मांग की है कि जर्जर बिजली तारों को जल्द से जल्द बदला जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं न हों।