साहेबगंज। जिले के बड़हरवा थाना क्षेत्र के फूटनी मोड़ चेकनाका के पास शुक्रवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें एक स्कूली छात्रा शाहिना खातून (9 वर्ष) की ट्रैक्टर की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया और उन्होंने घटनास्थल पर हंगामा किया। गुस्साए लोगों ने पास में स्थित खनन विभाग के चेकनाका में तोड़फोड़ कर दी।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार, शाहिना खातून साइकिल से फूटनी मोड़ पर ट्यूशन पढ़ने जा रही थी। इसी दौरान ईंट से लदा एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर वहां से गुजर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि चेकपोस्ट के पास जिला परिवहन कार्यालय (DTO) की गाड़ी खड़ी थी, जिसे देखकर ट्रैक्टर चालक घबरा गया और भागने की कोशिश करने लगा। इसी हड़बड़ाहट में उसने बच्ची को कुचल दिया। छात्रा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
हादसे के बाद बवाल
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और ट्रैक्टर चालक की लापरवाही और प्रशासन की निष्क्रियता पर गुस्सा जताने लगे। भीड़ धीरे-धीरे उग्र हो गई और वहां हंगामा करने लगी। देखते ही देखते लोगों ने पास में स्थित खनन विभाग के चेकनाका में तोड़फोड़ कर दी।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही बड़हरवा थाना प्रभारी सुमित कुमार सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत कराने की कोशिश की। लेकिन भीड़ का गुस्सा शांत नहीं हुआ और हालात बेकाबू होते गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़हरवा के पुलिस इंस्पेक्टर सुधीर कुमार पोद्दार भी पहुंचे और राधानगर थाना पुलिस को भी बुलाया गया।
पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को समझाया और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हुई और लोग शांत हुए।
परिजनों में मातम, प्रशासन पर सवाल
इस हादसे के बाद शाहिना खातून के परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर चेकनाका के पास ट्रैफिक व्यवस्था सही होती और ओवरलोड वाहनों पर लगाम कसी जाती, तो यह हादसा नहीं होता।
प्रशासन ने क्या कहा?
पुलिस प्रशासन ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और ट्रैक्टर चालक की पहचान कर जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा। साथ ही चेकपोस्ट के आसपास वाहनों की कड़ी जांच करने और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की बात कही गई है।
स्थानीय लोगों की मांग
- हादसे के लिए जिम्मेदार ट्रैक्टर चालक की जल्द गिरफ्तारी।
- ओवरलोड वाहनों की सख्त जांच और नियमों का पालन।
- चेकपोस्ट पर ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार।
- पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा।