
भाजपा उम्मीदवार माधवी लता के खिलाफ एक मतदान स्थल के दौरे के दौरान मुस्लिम महिलाओं के मतदाता पहचान पत्र की जांच करने का एक वीडियो सामने आने के बाद बवाल मच गया.
इसे लेकर FIR दर्ज कर लिया गया है. बीजेपी प्रत्याशी पर मामला आईपीसी की धारा 171सी, 186, 505(1)(सी) और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 132 के तहत दर्ज किया गया है.
हैदराबाद के कलेक्टर ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ” बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ रही उम्मीदवार माधवी लता के खिलाफ मलकपेट पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 171सी, 186, 505(1)(सी) और लोक अधिनियम प्रतिनिधित्व की धारा 132 के तहत मामला दर्ज किया गया है.” वीडियो में भाजपा उम्मीदवार को बूथ के अंदर मुस्लिम महिलाओं से बुर्का हटाने और उनके मतदाता पहचान पत्र की जांच करने के साथ-साथ अपनी पहचान बताने के लिए कहते देखा जा सकता है.
माधवी लता ने मीडिया को बताया कि महिलाओं से केवल अपनी पहचान सत्यापित करने का अनुरोध किया था और इसमें कुछ भी गलत नहीं है. मैं एक उम्मीदवार हूं. कानून के अनुसार उम्मीदवार को फेसमास्क के बिना आईडी कार्ड की जांच करने का अधिकार है. मैं एक पुरुष नहीं हूं, मैं एक महिला हूं और बहुत विनम्रता के साथ, मैंने उनसे केवल अनुरोध किया कि क्या मैं कृपया देख सकती हूं और आईडी कार्ड से सत्यापित करने की कोशिश की. अगर कोई इसे बड़ा मुद्दा बनाना चाहता है, तो इसका मतलब है कि वे डरे हुए हैं.”
असदुद्दीन ओवैसी से है मुकाबला
माधवी लता ने लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए आज हैदराबाद के अमृता विद्यालयम मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला और कहा कि “सबका साथ ही सबका विकास है.” माधवी लता को हैदराबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चार बार के लोकसभा सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख, असदुद्दीन ओवैसी और बीआरएस के गद्दाम श्रीनिवास यादव के रूप में एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खड़ा किया गया है. यह पहली बार है कि भाजपा ने हैदराबाद सीट से किसी महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा है.