- बाराद्वारी में ओबीसी नेताओं का हुआ महा जुटान ।
जमशेदपुर : रविवार को बाराद्वारी स्थित जमशेदपुर विश्वकर्मा समाज सांस्कृतिक भवन में विभिन्न राजनीतिक दलों , गैर राजनीतिक संगठनों के ओबीसी नेताओं का महा जुटान हुआ। यहां एक विचार गोष्ठी भी आयोजित की गई। मंडल आयोग लागू दिवस विषयक इस गोष्ठी में विभिन्न वक्ताओं ने ओबीसी नेताओं को भारतीय ओबीसी विचार मंच के बैनर तलें एक मंच पर लाने की इस पहल को सराहा।
गोष्ठी की अध्यक्षता भारतीय ओबीसी विचार मंच के संस्थापक अध्यक्ष राम बल्लभ साहु ने किया। जबकि मंच संचालन शंभू शरण एवं विजय यादव संयुक्त रूप से किये।
मंच के प्रमुख सलाहकार राजकुमार यादव सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए बैठक की महत्ता पर प्रकाश डालें। मंच के महामंत्री सुजीत शर्मा संगठन के स्थापना से लेकर संपूर्ण क्रिया कलापों की जानकारी साझा किये तथा यह बताने में सफल रहें कि आज ओबीसी को एक जुट होकर संवैधानिक अधिकारों के लिए संघर्ष क्यों जरूरी हो गया है। उन्होंने पूरे ओबीसी समुदाय को एकजुट होने का आह्वान किये।
इस विचार गोष्ठी में विभिन्न दलों के नेताओं ने बारी-बारी से अपने विचार व्यक्त किये। विजय यादव , धर्मेन्द्र प्रसाद, संजय मालाकार, कांता देवी, रवि शंकर मौर्य, धर्मेन्द्र सोनकर, डॉ. बी एन प्रसाद , धर्मवीर सिंह, विरेन्द्र शर्मा, जितेन्द्र यादव , मंजीत यादव आदि विचार गोष्ठी को संबोधित किये।
सबों ने दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर ओबीसी समाज को एक मंच पर आकर मंडल आयोग के सिफारिशों को पूर्णतया लागू करने के लिए सरकार पर दवाब बनाने तथा जरूरत पड़ने पर आंदोलन को तेज करने पर बल दिये।अंत में मंच के उपाध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह धन्यवाद ज्ञापन किये।
जानिए किसने क्या कहा ?
विजय यादव : संवैधानिक अधिकार नहीं मिल रहा है ऐसे में संगठन बनाकर संघर्ष करना जरूरी है। सरकार किसी भी पार्टी की हो अपने हक और अधिकार के लिए लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जागरूक नहीं रहेंगे तो अधिकार छिन लिए जाएंगे।
धर्मवीर सिंह : गर्मजोशी से अपनी बातों को रखें। उन्होंने कहा कि इस गोष्ठी में मंडल आयोग की बात हो और स्वर्गीय ठाकुर विश्वनाथ प्रताप सिंह जी का नाम न लिया जाएं तो यह नाइंसाफी होगी। उन्होंने शुरू में अपने विचारों से गोष्ठी का दिशा ही बदल दिया ! परंतु अपने तर्क से वो सभागार में यह कहने में सफल हुए कि बीपी सिंह का मंडल आयोग के गठन में जो भूमिका रही उसे कदापि भूलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने ऐतिहासिक कार्य किये। इस लिए उनका भी सम्मान जरूरी है। इसके लिए उन्होंने सभागार में टंगे बैनर में अन्य महान विभूतियों के संग उनके तस्वीर को भी शामिल करने का संगठन से अनुरोध किये। उन्होंने कहा कि किसी को अति सम्मान देने की जरूरत नहीं है। सम्मान अपने ( ओबीसी ) लोगों को दीजिए। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि अपना पुरोहित खुद बनों । उन्हें मत बुलाओ जो शोषण करते हैं। आगे उन्होंने कहा कि समता मूलक समाज मनुस्मृति से नहीं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान से बनेगा।
धर्मेन्द्र प्रसाद : आरक्षण पेपर तक सीमित न रहे। इसके लिए हम सबों को चिंतन करना है। उन्होंने कहा कि आज ओबीसी बच्चों का जाति प्रमाण पत्र यहां नहीं बन रहा है। यह गंभीर मुद्दा है इसके लिए सबों को विचार करना चाहिए।
अन्य वक्ताओं ने भी