
अनूप कुमार गुप्ता,
न्यूज अप्रैजल प्रतिनिधि, गढ़वा — जिले के रंका प्रखंड अंतर्गत संचालित विभिन्न पत्थर खदानों एवं क्रशर प्लांटों का उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने शुक्रवार को व्यापक स्थलीय निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य खनन कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित करना, पर्यावरणीय एवं सुरक्षा मानकों के अनुपालन की समीक्षा करना, और दस्तावेजीय सुसंगतता का मूल्यांकन करना रहा।
निरीक्षण की शुरुआत उपायुक्त ने इशान स्टोन क्रशर प्लांट से की, जहां उन्होंने क्रशर की संपूर्ण कार्यप्रणाली की जानकारी ली। उन्होंने प्लांट के संचालक से विस्तृत चर्चा कर तकनीकी प्रक्रियाओं, श्रमिक प्रबंधन, अपशिष्ट निपटान एवं प्रदूषण नियंत्रण उपायों की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने प्लांट से संबंधित सभी दस्तावेजों की सूक्ष्म जांच की तथा क्रशर प्रबंधन को पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने, धूल नियंत्रण सुनिश्चित करने और श्रमिकों की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के निर्देश दिए।
इसके पश्चात उपायुक्त ने एमजीसीपीएल (MGCPL) द्वारा संचालित पत्थर खदान का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने खनन प्रक्रिया को प्रत्यक्ष रूप से देखा एवं खदान के तकनीकी पक्षों जैसे विस्फोट प्रक्रिया, कटिंग तकनीक और खनिज संग्रहण के बारे में जानकारी ली। खदान में पर्यावरणीय सुरक्षा उपकरणों की स्थिति, जल संरक्षण उपाय, और सुरक्षा संकेतकों का भी अवलोकन किया गया।
निरीक्षण के इसी क्रम में उपायुक्त ने सोखा बाबा स्टोन माइंस का भी भ्रमण किया। यहां उन्होंने पूरे खनन क्षेत्र का जायज़ा लिया और खनन से उत्पन्न पर्यावरणीय प्रभावों के बारे में अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी खनन क्षेत्रों में ईको-फ्रेंडली दृष्टिकोण अपनाना ज़रूरी है, जिससे क्षेत्रीय पर्यावरण को कोई क्षति न पहुंचे।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त यादव ने स्पष्ट रूप से कहा कि, “खनन कार्यों में पूर्ण पारदर्शिता, पर्यावरणीय दिशा-निर्देशों का कठोर अनुपालन एवं श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। नियमों की किसी भी तरह की अनदेखी स्वीकार्य नहीं होगी।” उन्होंने संबंधित अधिकारियों को नियमित निरीक्षण कर खनन कार्यों पर सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने बेलचंपा क्षेत्र का दौरा कर बालू घाटों की स्थिति का जायज़ा लिया। उन्होंने पाया कि वर्तमान में जिले में बालू उठाव पर प्रतिबंध लागू है। इस स्थिति में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि या बालू दोहन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जिला खनन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बालू उठाव वाले संभावित स्थलों के पास जाने वाले सभी मार्गों को तत्काल अवरुद्ध किया जाए, ताकि अवैध परिवहन की कोई संभावना शेष न रहे।
निरीक्षण के दौरान जिला खनन पदाधिकारी राजेन्द्र उरांव, खान निरीक्षक भाव प्रकाश महतो एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि खनन गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखी जाए और नियमों के उल्लंघन की स्थिति में बिना किसी देरी के कठोर कार्रवाई की जाए।